टनकपुर के आमोस मैसी की मौत का मामला : हाईकोर्ट ने दिए वैज्ञानिक और पेशेवर तरीके से जांच किए जाने के निर्देश
नैनीताल/टनकपुर। उत्तराखंड हाईकोर्ट नैनीताल ने टनकपुर निवासी जेम्स मैसी के बेटे आमोस मैसी की रहस्यमय हालत में हुई मौत मामले में दायर याचिका पर सुनवाई की। न्यायमूर्ति विवेक भारती शर्मा की एकलपीठ ने पुलिस को निर्देश दिए कि मामले की जांच वैज्ञानिक और पेशेवर तरीके से की जाए। याचिकर्ता की ओर से अधिवक्ता प्रियंक खर्कवाल ने पैरवी की।
चम्पावत जिले के टनकपुर निवासी जेम्स मैसी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर कर कहा था कि उनके बेटे का दूसरे समुदाय की लड़की से प्रेम पर संबंध था। उसका शव 7 सितंबर को मिला था, जब वह अपनी प्रेमिका को छोड़ने गया था। मैसी ने अपने बेटे की असामायिक मौत के पीछे एक साजिश का संदेह जताया। याचिका में आरोप लगाया कि शव का पोस्टमार्टम सावधानी से नहीं किया गया एवं जांच अधिकारी उस स्थान के सीसीटीवी फुटेज को एकत्र और संरक्षित भी नहीं कर रहे थे, जहां से शव बरामद किया गया था और उच्च स्तरीय जांच कि मांग करी गई थी। याचिका को सुनने के बाद न्यायालय ने जांच एजेंसी को वैज्ञानिक और पेशेवर तरीके से करने के निर्देश दिए एवं याचिकर्ता के द्वारा दिये जाने वाले साक्ष्य के आधार पर भी जांच करने के निर्देश दिये हैं।