चम्पावत : खनिज न्यास निधि से अस्पतालों में 17 वार्ड ब्वाय व पर्यावरण मित्र किए जाएंगे तैनात, जानें बैठक में और कौन से निर्णय लिए गए
चम्पावत। जिला खनिज फाउंडेशन न्यास निधि के प्रबंधन समिति की बैठक जिला कार्यालय सभागार में जिलाधिकारी नरेंद्र सिंह भंडारी की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में न्यास निधि प्रबंधन समिति के समक्ष प्रस्तुत विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा की गई। चर्चा के दौरान जिले में विभिन्न खनिज क्षेत्रों में स्थित चिकित्सालयों, चिकित्सा केंद्रों में स्वास्थ्य सुविधाएं बेहतर किए जाने के लिए रिक्त 17 वार्ड ब्वाय व पर्यावरण मित्र खनिज न्यास निधि से तैनात किए जाने की स्वीकृति दी गई।
इसके अतिरिक्त विभिन्न चिकित्सालयों में रिक्त एक्स रे टेक्निशियनों को भी न्यास निधि से तैनात किए जाने को लेकर मुख्य चिकित्सा अधिकारी एक सप्ताह भीतर विज्ञप्ति जारी कर कार्यवाही सुनिश्चित करेंगे। साथ ही एंबुलेंस चालकों के पदों को भी भरे जाने के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करेंगे। जिले में खनिज क्षेत्रों में कुल 30 ग्राम सभाओं के क्षेत्र अंतर्गत खनिज होता है। जिलाधिकारी ने कहा कि इन सभी ग्राम सभाओं के अंतर्गत विभिन्न विकास कार्यों को कराए जाने हेतु सभी विभाग प्राथमिकता रखते हुए प्रस्ताव एक सप्ताह में उपलब्ध कराएं। उन्होंने कहा कि वर्तमान में गैरसैण में विधानसभा सत्र होने के कारण समिति के सदस्य विधायक व अन्य सदस्य के उपस्थित न होने के कारण शीघ्र ही जिला खनिज फाउंडेशन न्यास निधि के प्रबंध समिति की बैठक पुनः आयोजित की जाएगी। इस हेतु सभी विभाग एक सप्ताह के भीतर समिति को अपने प्रस्ताव उपलब्ध कराएं।
बैठक में शिक्षा विभाग द्वारा 20 विद्यालयों में रंग रोगन, अतिरिक्त कक्ष निर्माण, वीआर लेब स्थापित करने सहित 387.34 लाख के प्रस्ताव प्रस्तुत किए गए। जिन पर विस्तार से चर्चा की गई तथा आगामी बैठक में अतिरिक्त प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश मुख्य शिक्षा अधिकारी को दिए। इसी प्रकार सिंचाई विभाग के 6 स्थानों में बाढ़ सुरक्षा के कार्य जिला पंचायत द्वारा 20 प्रस्ताव खनन प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा दीवार निर्माण, चैक डैम निर्माण खंड विकास अधिकारी बाराकोट द्वारा विभिन्न विकास कार्यों के 7 प्रस्ताव, लोनिवि द्वारा 9 प्रस्ताव, उद्यान विभाग द्वारा 10 प्रस्ताव, स्वास्थ्य विभाग द्वारा 9 प्रस्ताव समिति को प्रस्तुत किए गए थे, जिन पर जिलाधिकारी द्वारा विभाग वार व प्रस्ताव वार चर्चा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए। बैठक में खनन प्रभावित क्षेत्रों से आए ग्राम प्रधान व समिति के सदस्यों द्वारा भी गांव के विकास हेतु विभिन्न प्रस्ताव रखे गए।
जिलाधिकारी ने कहा कि खनन प्रभावित सभी 30 गांव में विभिन्न विभागों द्वारा कैंप लगाए जाने हेतु स्वास्थ्य, कृषि, उद्यान, मत्स्य, पशुपालन, दुग्ध, सेवायोजन, समाज कल्याण में रोस्टर जारी करें। बैठक में जिलाधिकारी द्वारा चल्थी जीआईसी तक एनएच से सड़क में सीसी मार्ग का निर्माण किए जाने, चल्थी में स्थित खेल मैदान का सौंदर्यीकरण किए जाने हेतु लोनिवि को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। साथ ही सभी खनन क्षेत्रों में कार्य करने वाले सभी श्रमिकों का बीमा करने, निशक्त जनों हेतु कैंप करने हेतु भी संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। उन्होंने सिंचाई विभाग को इन गांव में सिंचाई के वैकल्पिक स्रोत विकसित करने, उरेडा को सोलर लाइट लगाने, चुका में एंग्लिंग हेतु कौशल विकास केंद्र खोले जाने, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन हेतु वाहन क्रय करने, नायकगोंठ में पेयजल लाइन निर्माण करने, शौचालय का निर्माण करने, स्कूलों में वीआर लैब स्थापित करने हेतु संबंधित विभागों को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र सिंह रावत, मुख्य चिकित्सा अधिकारी केके अग्रवाल, खनन अधिकारी काजिम खान, अधिशासी अभियंता यूपीसीएल एसके गुप्ता, जिला शिक्षा अधिकारी एके गुसाईं सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी व खनन क्षेत्रों से आए ग्राम प्रधान व समिति के सदस्य उपस्थित रहे।