चम्पावत : डिप्लोमा फार्मासिस्टों ने सीएमओ कार्यालय पर दिया धरना, उठा रहे हैं 15 सूत्रीय मांगें

चम्पावत। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन ने 15 सूत्रीय मांगों को लेकर चल रहे आंदोलन के दूसरे चरण में शुक्रवार को जिलाध्यक्ष विष्णु गिरी गोस्वामी के नेतृत्व में मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में धरना दिया। बाद में सीएमओ के माध्यम से महानिदेशक चिकित्सा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण व जिलाधिकारी के माध्यम से सचिव चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा को ज्ञापन भेजा।

फार्मासिस्टों द्वारा राज्य की आवश्यकता अनुसार आईपीएचएस मानक में संशोधन कर चिकित्सालयों की आवश्यकता तथा बृहद कार्य दायित्वों के दृष्टिगत फार्मासिस्टों के पदों में वृद्धि किए जाने, विगत 22 वर्षों से लंबित फार्मासिस्ट संवर्ग की अराजपत्रित एवं राजपत्रित सेवा नियमावली को यथाशीघ्र प्रख्यापित किये जाने, फार्मेसी काउंसिल का गठन किये जाने, फार्मेसी संवर्ग के पदनाम परिवर्तन किये जाने, चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग से चिकित्सा शिक्षा विभाग को हस्तांतरित 119 पदों पर नियुक्ति पद स्थापना हेतु चिकित्सा स्वास्थ्य विभाग के फार्मासिस्ट चीफ फार्मासिस्ट प्रभारी अधिकारी फार्मेसी से विकल्प लिए जाने हेतु शासनादेश जारी करने, पूल में रखे गए 63 पदों को क्रियाशील किए जाने, चयन वर्ष 2022-23 हेतु चीफ फार्मेसिस्ट, प्रभारी अधिकारी फार्मेसी एवं उपनिदेशक फार्मेसी के रिक्त पदों पर यथाशीघ्र पदोन्नत किए जाने, वार्षिक स्थानांतरण अधिनियम 2017 का पारदर्शिता पूर्वक एवं नियमानुसार पालन किए जाने, चिकित्सक विहीन चिकित्सालयों में अथवा चिकित्सक की अनुपस्थिति में उड़ीसा राज्य की तर्ज पर कई बीमारियों के उपचार हेतु फार्मासिस्ट को औषधि लिखने तथा उपचार की अनुमति प्रदान किए जाने, फार्मेसी संवर्ग में 34- 35 वर्षों तक प्रथम पदोन्नति नहीं होने के दृष्टिगत पूर्व की स्थिति में पदोन्नत के पद का वेतनमान अनुमन्य किए जाने, फार्मासिस्ट को केंद्र सरकार के फार्मासिस्टों की भांति पेशेंट केयर भत्ता प्रदान किए जाने समेत 15 मांगें उठाई जा रही हैं।
सीएमओ कार्यालय में धरने के दौरान वक्ताओं ने कहा कि राज्य में फार्मासिस्टों से अधिकतम काम तो लिया जा रहा है, लेकिन उनकी मांगों पर बिल्कुल भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। जिलाध्यक्ष विष्णु गिरी गोस्वामी ने कहा कि प्रदेश की भौगोलिक परिस्थिति एवं फार्मासिस्टों के बृहद कार्यों को देखते हुए आईपीएचएस मानक लागू किया जाना बिल्कुल भी तर्कसंगत नहीं है। फार्मासिस्टों की कमी से चिकित्सालयों में कार्यरत फार्मासिस्टों के ऊपर कार्यों का अत्यधिक दबाव बना हुआ है। उन्होंने कहा कि जब तक संगठन की मांगों को नहीं माना जाता है तब तक संगठन आंदोलनरत रहेगा। धरना देने वालों में उपाध्यक्ष योगेश कनौजिया, प्रांतीय उपाध्यक्ष मुकुल राय, प्रांतीय कार्यसमिति सदस्य सुरेश जोशी, जनपदीय संयुक्त मंत्री मनोज कुमार टम्टा, कोषाध्यक्ष रोशन लाल, संप्रेक्षक तान सिंह, सुरेश पाटनी, मनोज आर्य, परीक्षा राणा, गिरीश खर्कवाल, ज्योति नरियाल’ अनीता अधिकारी, नवीन, राजेश कुमार वर्मा, मनोज आर्य, कुलदीप राय, प्रेमलाल, मनोज कुमार वर्मा, लक्षमण गिरी, दिनेश कुमार आदि शामिल रहे। धरने के उपरांत सभी फार्मासिस्टों ने काबीना मंत्री चंदन राम दास के निधन पर उनकी दिवंगत आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट मौन रखा।
