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चम्पावत : गलत जानकारी पर डीएम हुए सख्त, ठेकेदार के दावे पर श्रमिकों को खड़ा कर स्वयं गिनती कराई

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साइंस सेंटर निर्माण में धीमी प्रगति को लेकर जिलाधिकारी ने कार्य तीव्र करने के दिए सख्त निर्देश

चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ‘आदर्श चम्पावत’ की परिकल्पना को साकार करने और छात्र-छात्राओं के हित में आधुनिक एवं गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को बढ़ावा देने के उद्देश्य से चंपावत मुख्यालय में लगभग ₹55 करोड़ 53 लाख की लागत से अत्याधुनिक साइंस सेंटर का निर्माण किया जा रहा है।

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इसी क्रम में जिलाधिकारी मनीष कुमार ने आज बुधवार को निर्माण कार्यों की वास्तविक प्रगति का विस्तृत स्थलीय निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन भवनों, प्रस्तावित वैज्ञानिक गैलरियों, फन साइंस गैलरी, विज्ञान एवं कृषि गैलरी, प्रशिक्षण हॉल, एस्ट्रोनॉमी गैलरी तथा दो मंजिला साइंस गैलरी ब्लॉक के साथ-साथ चार मंजिला साइंस कैंप फैसिलिटी का भी निरीक्षण किया।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने निर्माण कार्य की गति और संसाधनों की उपलब्धता का वास्तविक आकलन करने के उद्देश्य से साइट पर मौजूद श्रमिकों की संख्या के बारे में संबंधित ठेकेदार से जानकारी ली। ठेकेदार द्वारा 90 श्रमिकों के कार्यरत होने की जानकारी देने पर जिलाधिकारी ने सभी श्रमिकों को मौके पर खड़ा कर स्वयं गिनती कराई, जिसमें केवल 65 श्रमिक ही पाए गए। ठेकेदार द्वारा गलत जानकारी दिए जाने और कार्य की वास्तविक प्रगति अपेक्षा से कम पाए जाने पर जिलाधिकारी ने गहरा असंतोष व्यक्त किया और कहा कि इस प्रकार की लापरवाही एवं भ्रामक जानकारी बिल्कुल भी स्वीकार्य नहीं है।

जिलाधिकारी ने सम्बन्धित अधिकारियों को निर्देशित किया कि कार्य की गति में तत्काल सुधार लाया जाए, पर्याप्त श्रमिक तैनात किए जाएं, सामग्री और संसाधन समय पर उपलब्ध कराए जाएं तथा कार्य की प्रगति को समयबद्ध रूप से बढ़ाया जाए। उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि यदि निर्धारित समय सीमा के भीतर कार्य में सुधार नहीं दिखता है तो संबंधित ठेकेदार के विरुद्ध ब्लैकलिस्टिंग की कार्यवाही भी की जाएगी।

जिलाधिकारी ने निर्देश दिए की निर्धारित समय अवधि में सभी सिविल कार्य पूर्ण गुणवत्ता, सुरक्षा मानकों और निर्धारित निर्माण मानदंडों के अनुरूप हर हाल में पूर्ण कर लिए जाएं, ताकि साइंस सेंटर निर्धारित समय पर विद्यार्थियों और विज्ञान प्रेमियों के लिए उपलब्ध हो सके। निरीक्षण के दौरान अपर जिलाधिकारी कृष्णनाथ गोस्वामी, लोनिवि के अधिशासी अभियंता एमसी पलड़िया सहित संबंधित विभागीय अधिकारी व कार्मिक उपस्थित रहे।