चम्पावत किताब कौथिग : नेचर वॉक, बर्ड वॉचिंग के साथ ही न्यू मीडिया व शिक्षा की चुनौतियां व संभावनाओं पर हुई चर्चा, प्रतियोगिताओं का भी आयोजन
चम्पावत। दो दिवसीय ‘चम्पावत किताब कौथिग’ के दूसरे दिन की शुरूआत नेचर वॉक व बर्ड वाचिंग के साथ हुई। शिक्षा में थियेटर, न्यू मीडिया, शिक्षा की चुनौतियां व संभावनाएं विषय पर चर्चा-परिचर्चा का आयोजन हुआ। जिसमें तमाम विषय वस्तुओं व बिंदुओं पर चर्चा कर चिंता जताई गई। छात्र छात्राओं के बीच विभिन्न प्रतियोगिताओं का भी आयोजन किया गया।
किताब कौथिग के दूसरे दिन रामनगर से आए पक्षी विशेषज्ञ राजेश भट्ट ने अविस्मरणीय तरीके से पक्षी, पेड़ पौधों व प्रकृति के बारे में बताया। साथ ही विभिन्न पक्षियों की गूंज की आवाज निकाली। वनस्पति विज्ञानी डॉ. बीएस कालाकोटी ने जड़ी-बूटियों के बारे में बताया। पूर्व स्वास्थ्य निदेशक डॉ. ललित उप्रेती ने थेलेसिमिया, रक्तदान व अंगदान के बारे में जानकारी दी। नेचर वॉक में प्रसिद्ध साहित्यकार डॉ. पुष्पेश पंत सहित तमाम लोग मौजूद रहे। मां पूर्णागिरी बीएड कॉलेज में मुख्य वक्ता ललित सिंह पोखरिया ने शिक्षा में थियेटर विषय पर विस्तार से चर्चा की। कहा कि शिक्षा एक समुद्र है। व्यक्ति अपने जीवन के अंतिम समय तक भी अध्ययन करे तो वह कम है।
गोरलचौड़ स्थित ऑडिटोरियम में राज्य सूचना आयुक्त योगेश भट्ट व एडवोकेट गौरव पाण्डेय ने न्यू मीडिया विषय पर चर्चा परिचर्चा की। जिसमें पारंपरिक मीडिया से वर्तमान परिस्थिति में मीडिया का प्रभाव, सोशल मीडिया का सदुपयोग आदि विषय पर चर्चा हुई। श्री भट्ट ने किताब कौथिग के आयोजन की सराहना करते हुए कहा कि यह आयोजन मील का पत्त्थर साबित होगा। उन्होंने कहा कि वह स्वयं भी इस अभियान से जुड़ेंगे तथा सभी से अपील की कि वह भी इस अभियान से जुड़ें और परंपरा के तौर पर इसे आगे बढ़ाएं। इसके उपरांत दीप्ति भट्ट के संचालन में हुई शिक्षा की चुनौतियां विषय पर चर्चा में शिक्षाविद् महेश पुनेठा, यूकास्ट से आए प्रहलाद सिंह अधिकारी, सीईओ आरसी पुरोहित ने समसामयिक रूप से चर्चा करते हुए सार्थक प्रयासों को अपनाने व शिक्षा के महत्व पर प्रकाश डाला। प्रो. पुष्पेश पंत एवं देहरादून से आए ओहो रेडियो के संचालक आरजे काव्य ने समापन में विभिन्न प्रतियोगिता में स्थान बनाने वाले प्रतिभागियों व स्कूली बच्चों को पुरस्कृत किया। कार्यक्रम का संचालन संयोजक हेम पंत, नवीन पंत, कविता जोशी ने किया।
क्विज प्रतियोगिता में जीआईसी चम्पावत की अनुश्री जोशी, ममता जोशी व वैभवी खाती ने प्रथम, उदयन की यशस्वी उपाध्याय, युवराज पांडेय, चन्द्रमौली पांडेय ने द्वितीय, होली विजडम के गौरव सक्टा, प्रियांशु जोशी, अनुष्का जोशी ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। निबंध में माउंट कार्मल की सुमन धौनी, प्राची जोशी, होली विजडम के कमल पंत, कविता पाठ में माउंट कार्मल की इबा फातिमा, प्राइमरी चम्पावत की पारूल कुमारी, माउंट कार्मल की रक्षिता पंगरिया व कोमल जोशी, दीवार पत्रिका में माउंट कार्मल, माडर्न इंका चम्पावत, प्राइमरी खर्कार्की, ऐपण ओपन प्रतियोगिता में बीएड कॉलेज की मोनिका वाल्मीकि, चौकी की जानकी कुंवर, बीएड कॉलेज की अंकिता सक्टा, मनीषा जोशी, स्कूली बच्चों की ऐपण प्रतियोगिता में विद्या मंदिर की वैशाली चौधरी, होली विजडम की वंदना महरा व उदयन की वंदना पांडेय, शुभांगी पांडेय ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय व तृतीय स्थान प्राप्त किया। कार्यक्रम में एसडीएम रिंकू बिष्ट, डॉ.तिलकराज जोशी, डॉ. बीसी जोशी, चन्द्रप्रकाश पुनेठा, नीरज जोशी, अशोक तिवारी, नरेश जोशी, शंकर पांडेय, विक्रम फर्त्याल, कमलेश जोशी, तनुजा वर्मा, ललित मोहन जोशी, चंचल कुंवर, डॉ. एमपी जोशी, सुरेश राम, मनोज जोशी, वंशीधर थ्वाल, अनीस अहमद आदि मौजूद रहे।
काव्य गोष्ठी और सांस्कृतिक कार्यक्रमों का हुआ आयोजन
चम्पावत। किताब कौथिग के पहले दिन सायं काव्य गोष्ठी व सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। डॉ. सतीश पांडेय के संचालन में आयोजित कावि सम्मेलन में चम्पावत जिले के साथ ही दिल्ली, हरिद्वार, पिथौरागढ़ सहित विभिन्न जनपदों के कवियों द्वारा प्रतिभाग कर कविता पाठ किया गया। दिल्ली से आए त्रिभुवन बिष्ट, हरिद्वार से आए कवि विनोद पंत, पिथौरागढ़ से आए ललित पांडेय सहित डॉ. तिलकराज जोशी, डॉ. बीसी जोशी, डॉ. प्रकाश जोशी, डॉ. सुमन पांडेय सहित तमाम कवियों द्वारा कविता पाठ किया गया। रात्रि में बिंदुखत्ता से आए जनजागृति कला समिति के कलाकारों सहित लोक गायक प्रहलाद मेहरा, सुरेश राजन, टनकपुर से आए पालीवाल म्यूजिक, घुघुति जागरण टीम ने रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए।