चम्पावत: फार्मासिस्टों के पद बढ़ाने के लिए शासन को भेजा जाए प्रस्ताव, डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन की जिला इकाई के अधिवेशन में कई मांगें उठीं
चम्पावत। डिप्लोमा फार्मासिस्ट एसोसिएशन की जिला इकाई का अधिवेशन जिला अस्पताल सभागार में हुआ। इसमें डिप्लोमा फार्मासिस्टों की विभिन्न समस्याओं पर विचार विमर्श किया गया।
मुख्य अतिथि सीएमओ डॉ. केके अग्रवाल ने अधिवेशन का शुभारंभ करते हुए कहा कि डिप्लोमा फार्मासिस्ट स्वास्थ्य विभाग की रीढ़ हैं। उनकी समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान किया जाएगा। इस दौरान फार्मासिस्टों के पद बढ़ाने लिए शासन को प्रस्ताव भेजने, अतिरिक्त पद सृजित होने तक फार्मासिस्टों से वीआईपी ड्यूटी नहीं लिए जाने, फार्मासिस्टों की सेवा पुस्तिकाओं और जीपीएफ पासबुकों का नियमित रखरखाव, पूर्णागिरि मेला ड्यूटी कर चुके फार्मासिस्टों के पूर्व के यात्रा भत्तों को जारी करने और समस्याओं के समाधान के लिए त्रैमासिक बैठक आयोजित किए जाने आदि की मांगों को प्रमुखता से उठाया गया। कहा गया कि जनपद के चिकित्सालयों में फार्मासिस्टों के कम पद सृजित होने के कारण बहुत कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। जिस हेतु पद बढ़ाने के लिए शासन को प्रस्ताव भेजा जाए। पी०एच०सी टाईप ए एवं टाईप बी हेतु एक.एक अतिरिक्त उपजिला चिकित्सालायों में चार-चार अतिरिक्त पद जिला चिकित्सालय में 06 अतिरिक्त पदों सृजित हेतु शासन को प्रस्ताव भेजा जाए। जब तक पद सृजित नहीं हो जाते हैं, तब तक उप जिला चिकित्सालयों एवं जिला चिकित्सालय में दो-दो पदों की व्यवस्था की जाए।
जिलाध्यक्ष विष्णुगिरि गोस्वामी की अध्यक्षता मेंं हुए कार्यक्रम में प्रांतीय अध्यक्ष सुधा कुकरेती, महामंत्री सतीश चंद्र पांडे, एसीएमओ डॉ. इंद्रजीत पांडे, कुलदीप यादव, डॉ. हिमांशु पांडे, आजाद चौधरी, गजेंद्र पाठक, प्रेम शंकर सिंह, दिंगबर रावत, डॉ. गुरप्रीत कौर, गिरेंद्र चौहान, भूपेश जोशी आदि ने विचार रखे। कार्यक्रम में मनोज वर्मा, दिनेश कुमार, प्रकाश खड़ायत, शेखर सिंह, प्रेम लाल, नवीन कनौजिया, तान सिंह, गिरीश खर्कवाल, दीपा कश्यप सहित जिले भर से आए फार्मासिस्ट मौजूद रहे। बाद में सीएमओ के माध्यम से मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजा गया।