चम्पावत # साढ़े चार साल बाद फिर खुलेगा तल्लादेश का आईटीआई

चम्पावत। उप चुनाव में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के चम्पावत विधानसभा क्षेत्र से दावेदारी के साथ ही यहां की कई व्यवस्थाओं में सुधार होने लगा है। दिसंबर 2017 से बंद इस औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) के दरवाजे अब खुल जाएंगे। आचार संहिता लागू होने से कुछ दिन पहले बाकायदा इसकी अनुमति मिल गई है।

नेपाल सीमा से लगे तल्लादेश मंच में आईटीआई 2015 में खुला। पिछले साल दो सितंबर को 1.95 करोड़ रुपये से बने भवन का लोकार्पण भी हुआ, लेकिन भवन होने के बावजूद इस आईटीआई में प्रशिक्षण नहीं दिया जा रहा था। आईटीआई दिसंबर 2017 से पूरी तरह बंद था। स्टेट कौंसिल ऑन वोकेशनल ट्रेनिंग (एससीवीटी) श्रेणी में शामिल इस आईटीआई में आधारभूत ढांचा न होने से यह संस्थान बंद था, लेकिन अब साढ़े चार साल बाद इस आईटीआई का फिर से संचालन होगा। आईटीआई टनकपुर के प्रधानाचार्य कवींद्र सिंह कन्याल के मुताबिक तल्लादेश आईटीआई में नए सत्र से इलेक्ट्रीशियन और कंप्यूटर ऑफ प्रोग्रामिंग एप्लीकेशन (कोपा) ट्रेड संचालित किए जाएंगे। इसकी अनुमति मिल गई है। इस आईटीआई के खुलने से तल्लादेश क्षेत्र के नौजवानों को अपने गांव के पास रोजगारपरक प्रशिक्षण मिल सकेगा।
एससीवीटी श्रेणी के पांच आईटीआई अब भी बंद
चम्पावत। जिले के कुल नौ में से केवल तीन आईटीआई टनकपुर, चम्पावत, खेतीखान के नेशनल कौंसिल ऑन वोकेशनल ट्रेनिंग (एनसीवीटी) श्रेणी के हैं। इन तीन संस्थाओं के पास भवन सहित मजबूत बुनियादी ढांचा है। ये सभी संस्थान हैं जबकि बकाया छह आईटीआई एससीवीटी श्रेणी के हैं। तल्लादेश का संचालन इस सत्र से हो जाएगा लेकिन बाराकोट, दिगालीचौड़, भिंगराड़ा, बनबसा, रेगड़ू के शेष पांच आईटीआई चार साल से अधिक समय से बंद हैं।
