मुख्यमंत्री धामी ने चम्पावत में ‘स्मार्ट स्कूल- स्मार्ट ब्लॉक’ कार्यक्रम का किया शुभारंभ, स्कूलों में संचालित होंगी स्मार्ट कक्षाएं, चम्पावत जीआईसी में बनेगा छात्रावास

चम्पावत। गुरुवार को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत में ‘स्मार्ट स्कूल- स्मार्ट ब्लॉक’ कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस दौरान उन्होंने 10 विद्यालयों के शिक्षकों को संपर्क टीवी, डिवाइस एवं शिक्षा किट प्रदान किए। जिनके माध्यम से विद्यालयों में स्मार्ट कक्षाएं संचालित होंगी। इस मौके पर उन्होंने कहा कि आदर्श चम्पावत से आदर्श उत्तराखंड की ओर बढ़ने में संपर्क अभियान एक नई शुरूआत एवं श्री गणेश है। बताया कि सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा का चम्पावत में बनाये जा रहे कैंपस का विधिवत रूप से शासनादेश जारी हो चुका है। कहा कि चम्पावत जिले के सभी विद्यालय भवनों का जीर्णोद्धार, सौंदर्यीकरण सहित सभी में आवश्यक सुविधाए मौहय्या की जा रही हैं। उन्होंने कहा कि समाज के अंतिम छोर पर खड़़े व्यक्ति तक आधुनिक शिक्षा पहुंचाने का कार्य संपर्क फाउंशन सरकार के सहयोग से कर रहा है। कार्यक्रम के दौरान सीएम ने जीआईसी चम्पावत में छात्रावास बनाए जाने की घोषणा की।


गोरलचौड़ स्थित आडिटोरियम में गुरुवार को आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि सम्पर्क फाउंडेशन सामाजिक और शैक्षिक क्षेत्र में इसी प्रकार सफलता के नये-नये आयाम स्थापित करता रहेगा। फाउंडेशन के अध्यक्ष विनित नायर ने उनके अनुरोध पर इस कार्यक्रम की शुरूआत प्रदेश में चम्पावत से की है और इसी के साथ ही हम चम्पावत को आदर्श जनपद बनाने की ओर एक कदम और आगे बढ़ गए हैं। उन्होंने कहा कि स्व.जनक नायर जी ने शायद इस संस्था का नाम सम्पर्क संस्था के कार्यों को परिभाषित करने के उद्देश्य से ही रखा होगा। क्योंकि ‘सम्पर्क’ अर्थात ‘जुड़ना’, समाज के वंचित और हाशिए पर रह रहे लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाना कहीं ने कहीं संपर्क फाउण्डेशन का उद्देश्य को सार्थक करता है।

उन्होंने कहा कि आज का युग साइंस और टेक्नोलॉजी का है और प्रधानमंत्री मोदी जी भी कहा करते हैं कि देश के विकास के लिए लोग साइंस और टेक्नोलॉजी का भरपूर उपयोग करें। उन्होंने कहा कि टेक्नोलॉजी के माध्यम से हम कार्यों को आसानी के साथ ही कम समय में अधिक काम कर सकते हैं। उन्होंने कहा की विद्यालयों को संपर्क स्मार्ट डिवाइस दिए गए हैं, जिससे बच्चे आसानी से, सरल भाषा में, आनंदमय तरीके से शिक्षा ले सकेंगे।
सीएम ने कहा कि प्रधानमंत्री के नेतृत्व में नए भारत का निर्माण हो रहा है। दुनिया में अनेक देशों की अर्थव्यवस्था बिगड़ रही है, खराब हो रही है। वहीं भारत की अर्थव्यवस्था इस विषम समय में भी 11 वें स्थान से 5 वें स्थान की अर्थव्यवस्था बन गई है। आने वाले समय में स्वतंत्रा की शताब्दी में भारत दुनिया का नेतृत्व करने वाला भारत बन जाएगा। किसी भी देश का सामाजिक एवं आर्थिक विकास उस देश के नौनिहाल व बच्चे हैं। उनकी शिक्षा किस प्रकार की हो, उसकी गुणवत्ता किस प्रकार की हो उस पर निर्भर करता है। यह सब कार्य शिक्षकों के जिम्मे है। पहला संस्कार माता-पिता देते हैं दूसरा शिक्षक गण देते हैं। उन्हें जीवन में शिक्षा देने, आगे बढ़ाने का कार्य शिक्षक करते हैं। चम्पावत से निकलने वाले बच्चे विभिन्न क्षेत्रों में जाएंगे, वहां जाकर अपने माता-पिता का नाम रोशन करने के साथ ही गांव, क्षेत्र, जिला, प्रदेश का नाम रोशन करेंगे, वहीं शिक्षकों का भी नाम रोशन करेंगे, जहां से उन्होंने शिक्षा ग्रहण की।
सीएम ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में अनेक नवाचार हो रहे हैं। साथ ही अनेक चुनौतियां भी आई हैं। इन सभी चुनौतियों के मध्य नई शिक्षा नीति आई है। यह नीति स्कूली शिक्षा एवं उच्च शिक्षा को नए आयाम देने का कार्य करेगी। वही सभी वर्गों के लोगों के लिए समानता के अधिकार के तहत शिक्षा प्राप्त करने का अवसर प्रदान करेगी। नई शिक्षा नीति के तहत प्रतियोगी परीक्षाओं के अध्ययन छात्र छात्राओं को लाभ मिलेगा। उत्तराखंड प्रथम राज्य है, जिसने नई शिक्षा नीति स्कूली शिक्षा में पूरी तरह से लागू किया गया है। संपर्क फाउंडेशन ने इस कार्य में जो स्मार्ट कक्षाओं की नींव रखी गई है उससे बच्चों को लाभ मिलेगा।
संपर्क के फाउंडर चेयरमैन विनीत नायर ने बताया कि कार्यक्रम का उद्देश्य चम्पावत ब्लॉक में 137 स्कूलों के 274 शिक्षकों को प्रशिक्षण देकर 5484 बच्चों के अध्ययन के परिणामों में सुधार लाना है। चम्पावत ब्लॉक में 100 दिनों तक सफल क्रियान्वयन करने के बाद इस कार्यक्रम का विस्तार समयबद्ध तरीके से पौड़ी जिले के खिरसू ब्लॉक में किया जाएगा। कक्षा में अध्ययन को विद्यार्थियों के लिए आनंददायक बनाया जाएगा। सम्पर्क की टीम शिक्षकों की क्षमताओं का विकास भी सुनिश्चित करेगी, ताकि शिक्षण व्यवस्थित और आसान बन सकें। इस कार्यक्रम द्वारा स्कूलों पर किसी अतिरिक्त खर्च का बोझ नहीं आएगा, बल्कि पूरे राज्य में विद्यार्थियों और शिक्षकों को अद्वितीय एवं अत्यधिक प्रभावशाली अध्ययन का वातावरण प्रदान करने के लिए हम इसमें निवेश करेंगे। नायर ने कहा कि सम्पर्क टीवी का संवादपूर्ण यूज़र अनुभव इस कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण है, जो एनिमेटेड अध्ययन सामग्री के साथ विद्यार्थियों के संवाद करने के तरीके में भारी परिवर्तन ले आएगा। यह अनुभव सामान्य किताबों से पढ़ने की प्रक्रिया को बदलकर विद्यार्थी के अध्ययन को काफी विकसित बना देगा।
डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने मुख्यमंत्री व सभी आगंतुकों का स्वागत करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री ने एक आदर्श चम्पावत की जो अवधारणा दी थी, उस दिशा में सफलतापूर्वक कार्य हो रहा है। जनपद विकास की नई ऊंचाइयों को भी छूं रहा है। विकास के लिए शासन की ओर से लगातार फंडिंग भी उपलब्ध कराई जा रही है। कुछ कार्य प्रारंभ हो चुके हैं तथा कुछ कार्य योजना स्तर पर हैं। जिले में साइंस सेंटर का भी निर्माण होने जा रहा है। जिसके लिए भूमि भी हस्तांतरित की जा चुकी है। साथ ही डीपीआर के लिए भी धनराशि प्राप्त हो चुकी है। उन्होंने कहा कि चम्पावत शिक्षा, स्वास्थ्य और पर्यटन के क्षेत्र में अलग ऊचाईयों को प्राप्त कर रहा है। सीएम के प्रयास से पिटकुल सीएसआर के तहत पहली बार जनपद के बहुत से विद्यालय (हाईस्कूल व इंटर मीडिएट कॉलेजों) में कंप्यूटर लैब लगाई जाएंगी। आपदा मद, अनटाइट फंड व जिला योजना से लगभग 10 करोड़ की धनराशि शिक्षा विभाग को दी जा चुकी है। जिसके परिणाम भी दिखने लगे हैं। कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय को 20 लाख की धनराशि दी गई है, जिससे वहां भी सुधार हो रहा है।
कार्यक्रम में जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, पालिकाध्यक्ष विजय वर्मा, गोविंद वर्मा, ब्लाक प्रमुख रेखा देवी, विनीता फर्त्याल, सुमनलता, विधायक प्रतिनिधि प्रकाश तिवारी, दीपक रजवार, भाजपा जिला महामंत्री मुकेश कालखुड़िया, एसपी देवेंद्र पींचा, सीडीओ राजेंद्र सिंह रावत, एडीएम हेमंत कुमार वर्मा समेत जनप्रतिनिधि, विभागीय अधिकारी, अध्यापक, अध्यापिका एवं संपर्क फाउंडेशन की टीम मौजूद रही।

