जम्मू कश्मीर में कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के गठबंधन पर सीएम धामी ने उठाए सवाल, कांग्रेस और राहुल से पूछे 10 प्रश्न …
जम्मू कश्मीर में 10 साल बाद विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं। चुनाव से पहले कांग्रेस ने फारूक अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन किया है। फारूक अब्दुल्ला की ओर से जो बयान आ रहे हैं, उससे बीजेपी आग बबूला है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राहुल गांधी और कांग्रेस से इस गठबंधन और फारूक अब्दुल्ला द्वारा किए जा रहे चुनावी वादों को लेकर 10 सवाल किए हैं।
जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव की तिथियां का ऐलान होने के बाद से ही देश भर में चुनावी सरगर्मियां बढ़ गई हैं। चुनाव से पहले ही देश के मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने फारूक अब्दुल्ला परिवार की नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन कर चुनाव जीतने का दावा किया है। इसके बाद से ही भाजपा लगातार इस गठबंधन पर सवाल उठा रही है। इसी क्रम में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस के इस गठबंधन पर सवाल उठाते हुए कहा कि सत्ता के लालच में बार-बार देश की एकता और सुरक्षा के साथ खेलने वाली कांग्रेस पार्टी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ गठबंधन करके अपने मंसूबों को साफ कर दिया है। सीएम ने कहा कि कांग्रेस ने कश्मीर को बर्बाद करने वालों के साथ फिर से गठबंधन किया है। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने तीन दशक तक लगातार कश्मीर को पीछे धकेलने का काम किया है। साथ ही आतंकवाद, अलगाववाद और जिहाद को पोषित करने का काम किया है।
उत्तराखंड के सीएम धामी ने कहा कि नेशनल कांग्रेस के घोषणा पत्र में किए गए वादों पर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी से उनके 10 सवाल हैं। इन सवालों के जवाब कांग्रेस को देश की जनता को देना चाहिए। उन्होंने कहा कि कश्मीर के जो क्षेत्रीय दल हैं, उनकी बात अलग है, लेकिन कांग्रेस एक राष्ट्रीय पार्टी है। देश के अंदर राहुल गांधी अपने आपको राष्ट्रवादी और हिंदू बताते हुए घूमते थे, लेकिन कश्मीर में शंकराचार्य पर्वत का नाम बदलने की बात हो रही है। इससे राहुल गांधी का चेहरा बेनकाब होता है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि जम्मू कश्मीर में भाजपा को हार का डर नहीं है, लेकिन भाजपा राजनीति को राष्ट्रनीति से बढ़कर नहीं मानती है। यह विषय राजनीति से बढ़कर देश से जुड़ा हुआ है। ऐसे में देश प्रथम है। उसके बाद बांकी चीजें हैं। सीएम धामी ने साथ ही कहा कि पूरा देश जानता है कि उत्तराखंड के वीर जवानों ने कश्मीर को बचाने के लिए अपनी शहादत दी है। ऐसे में देश की जनता ये नहीं चाहती कि जो अमन और शांति कश्मीर में आई है, कश्मीर में दहशत समाप्त हुई है, कश्मीर भारत का अभिन्न अंग बना है, वो किसी कीमत पर भंग नहीं होना चाहिए। साथ ही किसी भी तरह से कश्मीर में दो तरह के विधान और दो तरह के निशान नहीं होने चाहिए।
नेशनल कॉन्फ्रेंस के घोषणा पत्र के वादों पर कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी से सीएम धामी ने पूछे ये 10 सवाल …
1- क्या कांग्रेस ‘नेशनल कॉन्फ्रेंस’ के जम्मू-कश्मीर में फिर से ‘अलग झंडे’ के वादे का समर्थन करती है?
2- क्या राहुल गांधी और कांग्रेस पार्टी धारा 370 और आर्टिकल 35A को वापस लाकर जम्मू-कश्मीर को फिर से अशांति और आतंकवाद के युग में धकेलने के JKNC के निर्णय का समर्थन करती है?
3- क्या कांग्रेस कश्मीर के युवाओं के बदले पाकिस्तान के साथ वार्ता करके फिर से अलगाववाद को बढ़ावा देने का समर्थन करती है?
4- क्या कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी, पाकिस्तान के साथ ‘LOC ट्रेड’ शुरू करने के नेशनल कॉन्फ्रेंस के निर्णय से फिर से बॉर्डर पार से आतंकवाद और उसके इकोसिस्टम का पोषण करने का समर्थन करते हैं?
5- क्या कांग्रेस आतंकवाद और पत्थरबाजी की घटनाओं में शामिल लोगों के परिजनों को फिर से सरकारी नौकरी में बहाल करके आतंकवाद, दहशतगर्दी और बंद के दौर को फिर से लाने का समर्थन करती है?
6- इस गठबंधन से कांग्रेस पार्टी का आरक्षण विरोधी चेहरा सामने आया है। क्या कांग्रेस दलितों, गुज्जर, बकरवाल और पहाड़ियों के आरक्षण को समाप्त कर फिर से उनके साथ अन्याय करने के JKNC के वादे के साथ है?
7- क्या कांग्रेस चाहती है कि ‘शंकराचार्य पर्वत “तख़्त-ए-सुलिमान’ और ‘हरि पर्वत” कोह-ए- मारन’ के नाम से जाने जाएं?
8- क्या कांग्रेस जम्मू-कश्मीर की अर्थव्यवस्था को एक बार फिर से भ्रष्टाचार की आग में झोंक कर पाकिस्तान समर्थित गिने चुने परिवारों के हाथों में सौंपने का समर्थन करती है?
9- क्या कांग्रेस पार्टी JKNC के जम्मू और घाटी के बीच भेदभाव की राजनीति का समर्थन करती है?
10- क्या कांग्रेस और राहुल गांधी कश्मीर को ऑटोनॉमी देने की JKNC की विभाजनकारी सोच और नीतियों का समर्थन करते हैं?