सीएम धामी आज सौंपेंगे इस्तीफा, खटीमा सीट पर मिली है कड़ी शिकस्त

उत्तराखंड की सियासत में दो दशक बाद सत्ता परिवर्तन से जुड़ा मिथक टूट गया है। चुनाव में भाजपा ने लगातार दूसरी बार बहुमत हासिल किया है। प्रदेश की राजनीति में सबसे बड़ा मिथक यह था कि किसी भी दल को लगातार दूसरी बार जीत नहीं मिली है। इस मिथक को तोड़ने में भाजपा कामयाब रही है।


जनता का फैसला सिर-माथे पर, हार के कारणों की समीक्षा करेंगे : प्रीतम
कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने देहरादून की चकराता सीट से जीत हासिल की है। इसके लिए उन्होंने चकराता की जनता का आभार व्यक्त किया है। प्रीतम ने कहा कि जनता ने जो जनादेश दिया है, हम उसको स्वीकार करते हैं। हम इस बात का आकलन करेंगे कि हमसे कहां चूक हुई। इसकी समीक्षा की जाएगी। पत्रकारों से बातचीत करते हुए प्रीतम सिंह ने कहा कि उत्तराखंड की जनता ने हमें क्यों स्वीकार नहीं किया।
आने वाले दिनों इसका आकलन किया जाएगा। हम जनता की अदालत में हर पांच साल बाद जाते हैं और जनता ही फैसला लेती है। इसलिए जो भी फैसला जनता ने दिया है, उसे सभी को स्वीकार करना चाहिए। प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को भी अगर हार मिली है, तो उन्हें भी यह निर्णय स्वीकार करना चाहिए। हरीश रावत हमारे वरिष्ठ नेता हैं, वह भी चुनाव हार गए, लेकिन, इससे उनके कद में कोई फर्क नहीं पड़ेगा। हम हार की वजहों पर मंथन करेंगे। उन्होंने चकराता की जनता ने का भी आभार व्यक्त किया।
अगले दो दिनों में सरकार गठन की तैयारी
चुनाव में दो तिहाई बहुमत हासिल करने के बाद अब भाजपा सरकार गठन की तैयारी में जुट गई है। संभावना है कि अगले दो-तीन दिन में भाजपा विधानमंडल दल की बैठक बुला सकती है। केंद्रीय नेतृत्व से चर्चा के बाद सरकार आगे बढ़ेगी। मुख्यमंत्री के सवाल पर राष्ट्रीय महामंत्री कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि भाजपा एक लोकतांत्रिक पार्टी है और अगला मुख्यमंत्री कौन होगा यह विधानमंडल दल की बैठक में तय होगा। नाम फिर संसदीय बोर्ड को भेजा जाएगा।
सीएम धामी आज सौंपेंगे इस्तीफा, खटीमा सीट से मिली थी हार
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी आज इस्तीफा दे सकते हैं। वह राजभवन में राज्यपाल से शाम को मुलाकात करेंगे। वहीं बहुमत के बाद अब मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर खींचतान शुरू हो गई है। भाजपा के कई वरिष्ठ विधायकों के अरमान जोर मार रहे हैं। किसी की नजर सीएम की कुर्सी पर है तो किसी की मंत्री पद पर। भाजपा के कई दिग्गज विधायकों की नजर या तो मुख्यमंत्री की कुर्सी पर लगी है या उनके मन में मंत्री बनने के अरमान मचल रहे हैं। दूसरी ओर आज प्रभारी प्रह्लाद जोशी व प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक बैठक कर मंथन करेंगे। कार्यकर्ता जश्न की तैयारी में डूबे हैं। उत्तराखंड के चुनाव में जहां एक बार फिर सीएम के चुनाव हारने का मिथक दिखा तो दूसरी ओर सीएम के सभी चेहरे या दावेदार मतदाताओं के दिलों में जगह बनाने में कामयाब नहीं हो पाए। वहीं, भाजपा ने लगातार दूसरी बार प्रचंड बहुमत से जीत दर्ज की है।
