जनपद चम्पावतशिक्षा

जीआईसी सूखीढांग में नहीं मिली मध्यान्ह भोजन न करने की शिकायत, शिक्षक ने दो छात्राओं को मारे थे थप्पड़, डीएम ने दिए कार्यवाही के निर्देश, डीएम ने बच्चों के साथ बैठ कर किया मध्यान्ह भोजन

ख़बर शेयर करें -




जीआईसी सूखीढांग में बच्चों के साथ मध्यान्ह भोजन करते डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी।

चम्पावत। जिले के राजकीय इंटर कालेज सूखीढांग में बच्चों की टीसी काटे जाने एवं कुछ बच्चों द्वारा मध्याह्न भोजन न किए जाने की सूचना पर तत्काल प्रकरण का संज्ञान लेते हुए जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी ने शुक्रवार को राजकीय इंटर कालेज सूखीढांग पहुंच कर विद्यालय का निरीक्षण करने के साथ ही मध्याहन भोजन की गुणवत्ता की जानकारी ली। उन्होंने विद्यालय के बच्चों के साथ बैठ कर भोजन भी किया।




जिलाधिकारी ने स्कूल के छात्र छात्राओं, अभिभावकों व विद्यालय स्टाफ के साथ बैठक कर इस संबंध में सभी से जानकारी ली गई। इस दौरान जिलाधिकारी द्वारा छात्र-छात्राओं एवं अभिभावकों से भी वार्ता की। छात्र छात्राओं एवं अभिभावकों ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि विद्यालय में मध्याह्न भोजन न करने का कोई भी प्रकरण नहीं है। सभी बच्चे मध्याह्न भोजन कर रहे हैं। कुछ बच्चे चावल कम खाते हैं, जिस हेतु वह चावल नहीं खा रहे हैं। जिलाधिकारी ने कहा कि जो बच्चे चावल नहीं खाते हैं, वह दाल अवश्य लें ताकि विद्यालय में समानता का व्यवहार बना रहे। जिस पर सभी बच्चों तथा उनके अभिभावकों ने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि भोजन न करने के सम्बंध में किसी भी प्रकार की शिकायत अभी नहीं है। विद्यालय में सभी बच्चे नियमित रूप से मध्याह्न भोजन कर रहे हैं तथा नियमित करेंगे।


उन्होंने जिलाधिकारी को अवगत कराया कि विद्यालय में वर्तमान में मुख्य समस्या (मुद्दा) विद्यालय के एक अध्यापक द्वारा कक्षा 10 की दो छात्राओं को थप्पड़ मारा गया। जिस कारण बच्चे उनसे डरे हुए हैं और विद्यालय आने से डर रहे हैं। जिस संबंध में दोनों छात्राओं द्वारा जिलाधिकारी को उनके साथ हुई उक्त घटना की भी जानकारी दी गई। जिस पर जिलाधिकारी द्वारा मौके पर उपस्थित संबंधित अध्यापक से जानकारी ली गई, तो अध्यापक द्वारा छात्राओं को थप्पड़ मारना स्वीकार किया गया। उक्त प्रकरण को गंभीरता पूर्वक लेते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य शिक्षा अधिकारी चम्पावत को तत्काल जांच कर संबंधित अध्यापक के खिलाफ कार्यवाही करने के निर्देश दिए। इस दौरान जिलाधिकारी ने सभी छात्र छात्राओं से अपील की कि वह एक सकारात्मक सोच के साथ विद्यालय में मेहनत एवं लगन से पढ़ाई करते हुए अपना एक बेहतर भविष्य बनाएं तथा क्षेत्र, जिला, प्रदेश एवं देश का नाम रौशन करें। जिलाधिकारी ने सभी अभिभावकों से भी अपील की कि वह भी बच्चों का बेहतर भविष्य बनाने में पूर्ण सहयोग प्रदान करें।





इस दौरान जिलाधिकारी ने विद्यालय के प्रधानाचार्य एवं स्टाफ को निर्देश दिये कि वह विद्यालय में बेहतर से बेहतर पढ़ाई कर विद्यालय में पठन पाठन का अच्छा माहौल बनाएं। जिलाधिकारी ने बच्चों से कहा कि वह नियमित रूप से विद्यालय आएं किसी भी प्रकार से डरें नहीं। इस दौरान जिलाधिकारी ने थानाध्यक्ष टनकपुर, चौकी इंचार्ज चल्थी तथा क्षेत्रीय पटवारी को नियमित रूप से विद्यालय का निरीक्षण करने के भी निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि उपचुनाव की आदर्श आचार संहिता समाप्ति के उपरांत वह स्वयं विद्यालय आकर सभी प्रकार की समस्याएं सुनेंगे। इस दौरान मुख्य शिक्षा अधिकारी ने अवगत कराया कि विद्यालय में किसी भी बच्चे की टी सी नहीं काटी गई है। इससे पूर्व जिलाधिकारी द्वारा विद्यालय पहुंचकर बच्चों के साथ बैठ कर मध्याह्न भोजन किया तथा भोजन की तारीफ भी की। निरीक्षण एवं बैठक के दौरान उप जिलाधिकारी हिंमाशु कफलटिया, मुख्य शिक्षा अधिकारी जितेन्द्र सक्सेना, कोतवाल योगेश उपाध्याय, चौकी प्रभारी देवेन्द्र बिष्ट, क्षेत्रीय पटवारी, विद्यालय प्रबंधन समिति के अध्यक्ष नरेन्द्र जोशी सहित अन्य उपस्थित रहे।




Ad