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महाकाली (शारदा) नदी में होगी देश की पहली राष्ट्रीय राफ्टिंग प्रतियोगिता, साहसिक पर्यटन को लगेंगे पंख

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टनकपुर। इस साल महाकाली (शारदा) नदी में देश की पहली राष्ट्रीय राफ्टिंग प्रतियोगिता होने जा रही है। इसको लेकर तैयारियां शुरू हो गई हैं। स्वयं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी भी महाकाली नदी में ​राफ्टिंग को बढ़ावा देने के लिए प्रयासरत हैं। प्रतियोगिता सितंबर या अक्तूबर में हो सकती है। पर्यटन विभाग ने चूका से बूम तक 31 किमी के राफ्टिंग रूट को तैयार करने की कवायद शुरू कर दी है। माना जा रहा है कि राष्ट्रिय प्रतियोगिता होने के बाद क्षेत्र के साहसिक पर्यटन को पंख लगेंगे और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार का एक सशक्त माध्यम बनेगा।
भारत-नेपाल सीमा पर बहने वाली महाकाली में वर्ष 2015 से राफ्टिंग की शुरुआत हुई। लाइफ इज एडवेंचर संस्था के प्रबंधक विनय अरोरा उर्फ मौनी बाबा ने बूम में कैंप स्थापित कर इसकी शुरुआत की, जो आज पर्यटकों के आकर्षण का केंद्र बन गई है। राफ्टिंग का लुत्फ उठाने देश के कोने-कोने से लोग यहां पहुंचते हैं। राफ्टिंग के जरिए पर्यटन को विकसित करने की संभावना को देखते हुए मुख्यमंत्री की पहल पर अब यहां देश की पहली राष्ट्रीय राफ्टिंग चैंपियनशिप प्रतियोगिता की तैयारी की जा रही है।
इसके लिए बजट स्वीकृत होने के बाद पर्यटन विभाग ने तैयारी शुरू कर दी है। मुख्यमंत्री के निर्देश पर उत्तरकाशी के जिला पर्यटन अधिकारी मोहम्मद अली खान ने मंगलवार को जिले के पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़ और विशेषज्ञों की टीम के साथ चूका से बूम तक 31 किमी के राफ्टिंग रूट का निरीक्षण किया। का होगा।
टनकपुर राफ्टिंग रूट के निरीक्षण को आए उत्तरकाशी के जिला पर्यटन अधिकारी मोहम्मद अली खान ने बताया कि प्रतियोगिता में उत्तराखंड के अलावा जम्मू कश्मीर, मुंबई, अरुणांचल, सिक्किम, मनाली, एसएसबी, आईटीबीपी, पुलिस, केएमवीएन, बीएसएफ समेत देशभर की करीब 20 टीमें हिस्सा लेंगी। उन्होंने बताया कि यहां होने वाली प्रतियोगिता देश में राष्ट्रीय स्तर की पहली होगी, जिसमें तीन मुकाबले होंगे।
पहला मैराथन मुकाबला 30 किमी का, दूसरा स्प्रींट मुकाबला 15 किमी का और तीसरा सलालम मुकाबला 2 किमी का होगा।