देहरादून # युवा धामी की कैबिनेट में दिख सकता है कुछ नया, कौशिक की वापसी और ऋतु खंडूड़ी की लॉटरी लगने के आसार
देहरादून। युवा मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की कैबिनेट में कुछ नया दिख सकता है। सियासी जानकारों का मानना है कि युवा और नए चेहरों के साथ अनुभवी चेहरों का मिश्रण टीम धामी की खासियत बनेगी। सरकार से संगठन में भेजे गए वरिष्ठ विधायक मदन कौशिक की भी मंत्रिमंडल में वापसी की संभावनाएं जताई जा रही हैं। हालांकि, उन्हें विस अध्यक्ष बनाए जाने की चर्चाएं जोरों पर हैं। चुनाव में महिलाओं के मिले समर्थन के बदले पार्टी महिला विधायक ऋतु खंडूड़ी या किसी अन्य महिला चेहरे को कैबिनेट में जगह दे सकती है।
मंत्रियों को लेकर भी सस्पेंस
मुख्यमंत्री पर बने सस्पेंस की तरह मंत्रियों के नामों पर भी सस्पेंस बना हुआ है। सियासी हलकों में चर्चा का बाजार गर्म है। सबकी निगाहें मोदी-शाह और नड्डा पर लगी हैं। माना जा रहा है कि शपथग्रहण समारोह से ठीक पहले केंद्रीय नेतृत्व मंत्रिमंडल के चेहरों को लेकर सस्पेंस तोड़ेगा।
कयासबाजी, पुराने जाएंगे, नए आएंगे
भाजपा के हलकों में दिनभर अटकलों का बाजार गर्म रहा कि पुरानी कैबिनेट में रहे कई चेहरों की विदाई होगी और गुजरात फार्मूले की तर्ज नए चेहरे धामी कैबिनेट में शामिल होंगे। हालांकि चर्चाएं यह भी रही कि धामी की तरह कैबिनेट में सभी पुराने मंत्रियों को रिपीट किया जाएगा और तीन खाली कुर्सियों पर नए चेहरों को जगह मिलेगी।
मिल सकता है युवा और अनुभव को स्थान
अगले 25 वर्ष का नेतृत्व तैयार करने की दिशा में आगे बढ़ रही पार्टी प्रदेश मंत्रिमंडल में युवा और अनुभवी विधायकों को अवसर दे सकती है। लेकिन यह प्रयोग जातीय और क्षेत्रीय समीकरणों की सीमाओं में रहकर किया जाएगा।
चार ब्राह्मण और पांच राजपूत बन सकते हैं मंत्री
जातीय समीकरणों के हिसाब से पुरानी कैबिनेट में चार ब्राहमण और मुख्यमंत्री समेत पांच राजपूत मंत्री थे। एक दलित व एक दलित महिला और एक ओबीसी मंत्री भी रहे। इसी समीकरण पर नए मंत्रिमंडल का भी गठन होगा। ब्राह्मण और महिला कोटे से ऋतु खंडूड़ी भूषण को टीम धामी में जगह मिल सकती है। हालांकि, केदारनाथ विधायक शैला रानी भी दावेदार मानी जा रही हैं।
लोकसभा वार इन विधायकों के नामों की चर्चा गर्म
टिहरी लोकसभा क्षेत्र से धामी मंत्रिमंडल ने तीन से चार मंत्री बनाए जा सकते हैं। गणेश जोशी व सुबोध उनियाल (पुराने चेहरे हैं) जबकि इस बार प्रेमचंद अग्रवाल, खजानदास, उमेश शर्मा, मुन्ना सिंह चौहान, विनोद चमोली नए दावेदार माने जा रहे हैं। जातीय समीकरण के हिसाब से दो ब्राह्मण नेताओं को कैबिनेट में जगह मिल सकती है। पुरानी कैबिनेट से एक मंत्री की जगह नए चेहरे को शामिल किया जा सकता है।
पौड़ी लोकसभा: चमोली, रुद्रप्रयाग और पौड़ी जिले की कुल 11 सीटों में से भाजपा ने 10 सीटें जीतीं। इस चुनाव क्षेत्र से कम से कम तीन मंत्री बनाए जाने की संभावना है। धामी कैबिनेट में सतपाल महाराज, डॉ. धन सिंह रावत (पुराने चेहरे हैं) जबकि महिला कोटे से ऋतु खंडूड़ी, तीन बार के विधायक दिलीप सिंह रावत और दो बार के युवा विधायक विनोद कंडारी के नाम की भी चर्चा है।
हरिद्वार लोकसभा : इस लोकसभा में 11 सीटें हैं, जिसमें से भाजपा के हिस्से में केवल तीन सीटें आई। 2024 के चुनाव को देखते हुए इस जिले से कम के कम एक से दो विधायकों को कैबिनेट में जगह दी जा सकती है। पूर्व कैबिनेट मंत्री व भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की यहां से मजबूत दावेदारी है। तीसरी बार चुनाव जीते आदेश चौहान और प्रदीप बतरा की भी दावेदारी मानी जा रही है।
यूएस नगर-नैनीताल लोकसभा : लोस की 15 में से नैनीताल में पांच और यूएसनगर में भाजपा ने चार सीटें जीतीं। यानी नौ सीटों के अनुपात में लोकसभा के हिस्से में मुख्यमंत्री का पद पहले ही जा चुका है। यहां से दो और मंत्री बनाए जा सकते हैं। इनमें बंशीधर भगत और अरविंद पांडेय पुराने चेहरे हैं जबकि नए युवा चेहरे के तौर पर सौरभ बहुगुणा और हरीश रावत को हराने वाले मोहन सिंह बिष्ट के नाम की चर्चा है।
पिथौरागढ़-अल्मोड़ा लोकसभा : इस चुनाव क्षेत्र से बिशन सिंह चुफाल कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। इस बार भी उन्हें मंत्री बनाए जाने की चर्चाएं हैं।
सीटों के हिसाब से बनेगा संतुलन
सियासी जानकारों का मानना है कि कैबिनेट में भाजपा को मिली सीटों के हिसाब से प्रतिनिधित्व तय होगा। गढ़वाल मंडल में भाजपा को 41 में से 29 सीटें मिलीं। जबकि उसने कुमाऊं में 29 में से 18 सीटें जीतीं।
मुख्यमंत्री के साथ मंत्री भी शपथ ले सकते हैं। कैबिनेट में कौन-कौन चेहरे होंगे, इस पर चर्चा चल रही है। महिला, दलित चेहरों को भी प्रतिनिधित्व दिया जाएगा। – दुष्यंत गौतम, प्रदेश प्रभारी, भाजपा