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देहरादून : जानेमाने बिल्डर ने बिल्डिंग से कूद कर की आत्महत्या, सुसाइड नोट में दो को ठहराया दोषी, पुलिस ने किया गिरफ्तार

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देहरादून। देहरादून के जाने माने बिल्डर सतिन्दर सिंह साहनी ने आज दोपहर के वक्त अपनी आवसिया बिल्डिंग से कूद कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या से पहले लिखे गए सुसाइड नोट पर दो व्यवसाई भाइयों अनिल गुप्ता और अजय गुप्ता को अपनी आत्महत्या के पीछे दोषी ठहराया है। एसपी सिटी प्रमोद कुमार के अनुसार आत्महत्या के कारणों की जांच की जा रही है। यदि आत्महत्या करने के पीछे किसी व्यक्ति की संलिप्तता पायी जाती है तो नियमानुसार उसपर भी कार्यवाही की जाएगी।

सुसाइड नोट में जाने माने बिल्डर का नाम
मृतक के पास से मिले सुसाइड नोट में जाने माने बिल्डर का नाम सामने आया है। बताया जा रहा रेसकोर्स निवासी सतेंद्र सिंह साहनी के शहर में दो प्रोजेक्ट चल रहे थे। इनमें एक सहस्त्रधारा हेलीपेड व दूसरा राजपुर रोड पर था। प्रोजेक्ट पर उनकी कम्पनी साहनी इंफ्रास्ट्रक्चर व साहनी इंफ्रा काम कर रही थी। प्रोजेक्ट पर करोड़ों रुपये लग रहे थे। ऐसे में उन्होंने तीन बिल्डरों का शेयर लगवा दिया। इनमें से एक नामी बिल्डर जिसका आपराधिक रिकॉर्ड है, वह साइट पर घूमने लगा। इस बिल्डर का 75 प्रतिशत शेयर था। ऐसे में दो बिल्डरों ने हाथ पीछे खींच लिए, जिसके चलते प्रोजेक्ट रुक गया। जिस बिल्डर ने 75 प्रतिशत शेयर लगाया, उसने साहनी से अपनी धनराशि वापस मांगनी शुरू कर दी। तनाव में आकर साहनी ने खुदकुशी कर ली। बताया जा रहा है कि पुलिस ने बिल्डर को हिरासत में ले लिया है, जहां उससे पूछताछ की जा रही है।

पुलिस की ओर से बताया गया है कि घटना को लेकर मृतक के पुत्र रणवीर सिंह साहनी ने थाना राजपुर में लिखित तहरीर व मृतक द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट दिया है। रणवीर साहनी ने तहरीर में बताया है कि अजय कुमार गुप्ता (पुत्र शिव गुप्ता, निवासी सहारनपुर, उत्तर प्रदेश) व अनिल कुमार गुप्ता (पुत्र श्याम लाल गुप्ता, निवासी देहरादून) उनके पिता सतेंद्र सिंह साहनी को डरा-धमका व ब्लैकमेल कर रहे थे। इस संबंध में उनके पिता ने एक शिकायती प्रार्थना पत्र पुलिस को पहले दिया था। इसके अलावा अजय कुमार गुप्ता व अनिल कुमार गुप्ता ने सहारनपुर पुलिस को उनके पिता के खिलाफ झूठी शिकायत दी थी। गुप्ता बंधु उनकी दोनों कंपनियां उनके नाम पर करने या उन्हें व उनके दामाद को झूठे केस में जेल भेजने की लगातार धमकी दे रहे थे।

वहीं, एसएसपी अजय सिंह ने ज्यादा जानकारी देते हुए बताया कि- सतेंद्र सिंह साहनी के बेटे रणवीर सिंह साहनी द्वारा थाने में तहरीर दी गई, जिसमें धारा 306 के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। साक्ष्यों के आधार पर पाया गया कि कुछ प्रोजक्ट्स को लेकर इनकी अजय गुप्ता और अनिल गुप्ता के साथ डील चल रही थी, जिसमें अनावश्यक रूप से उनपर दबाव डाला जा रहा था। कुछ प्रॉफिट्स और बिजनेस डील को लेकर इनकी उत्पीड़न किया जा रहा था। इस संबंध में सतेंद्र साहनी ने कुछ दिन पहले भी पुलिस को एक प्रार्थना पत्र दिया था, जिसकी जांच एसपी सिटी कर रहे थे। प्रार्थना पत्र (और सुसाइड नोट) में भी ये बताया गया कि दवाब देकर जेल भिजवाने की धमकी देकर इनपर लगातार दवाब डाला जा रहा था और ज्यादा प्रॉफिट की डिमांड की जा रही थी।

एसएसपी ने बताया है कि सतेंद्र सिंह साहनी के दोस्तों, अन्य पार्टनर्स व परिजनों के माध्यम से जो जानकारी सामने आई है उनके आधार पर अजय और अनिल गुप्ता की गिरफ्तारी आज की गई है। दोनों को कल (25 मई) न्यायालय में पेश किया जाएगा। अभी जांच प्राथमिक आधार पर शुरू की गई है। मामले की जांच में आगे अगर अन्य लोगों के नाम भी सामने आते हैं तो जांच उन तक भी पहुंचेगी। प्राइमरी एविडेंस के आधार पर दो लोगों की गिरफ्तारी हुई है।

थाना राजपुर प्रभारी पीड़ी भट्ट ने बताया कि पुलिस ने मामले की जांच पड़ताल शुरू कर दी है। परिजनों से पूछताछ की जा रही है, जो सुसाइड नोट मिला है उसकी भी जांच की जा रही है। मरने से पहले बिल्डर ने जिन दो बिजनेसमैन भाइयों का नाम सुसाइड नोट में लिखा था, उन्हें भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।

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