जनपद चम्पावत

चम्पावत में जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी को हटाए जाने की मांग को लेकर हुआ प्रदर्शन, जानें क्या है वजह और क्या लग रहे हैं आरोप

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चम्पावत। तीन दिन में आपदा से हुई भीषण तबाही से चम्पावत जिले में खलबली का माहौल है। कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी (डीडीएमओ) पर आपदाकाल में लापरवाही बरतने के आरोप लगाते हुए कलक्ट्रेट में प्रदर्शन किया। उन्होंने डीडीएमओ को तत्काल नहीं हटाने पर जिले भर में आंदोलन की चेतावनी दी। साथ ही उन्होंने 2013 से अब तक जिला आपदा प्रबंधन में हुए निर्माण, टेंडर व अन्य कार्यों की उच्च स्तरीय जांच की मांग भी उठाई। इस संबंध में उन्होंने सीएम को भी ज्ञापन भेजा।
गुरुवार को कांग्रेस जिलाध्यक्ष पूरन कठायत और युकां जिलाध्यक्ष सूरज प्रहरी के नेतृत्व में पार्टी कार्यकर्ताओं ने कलक्ट्रेट में डीडीएमओ और जिला प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। कहा कि तीन दिन की भीषण बारिश से चम्पावत जिले में खूब तबाही मची। 18 और 19 अक्टूबर को चम्पावत में दो मकान ढहने से पांच लोगों की मौत हो गई थी। लेकिन मौके पर कही भी आपदा प्रबंधन जैसी कोई चीज नहीं दिखी। एसएसबी, पुलिस और स्थानीय लोगों ने ही रेस्क्यू किए। शवों को निकालने में 26 घंटे का समय लग गया। आपदा प्रबंधन की ओर से मौके पर रेस्क्यू के लिए उपकरण भी मुहैया नहीं कराए गए, जोकि घोर लापरवाही है। कहा कि डीडीएमओ कहीं भी मौके पर नहीं दिखे। जिले में हर जगह आपदा के दौरान ये ही हाल रहे। बिजली, पानी, संचार और सड़क सेवा धराशायी हो गई। उन्होंने डीडीएमओ मनोज पांडेय को हटाने और उनके स्थान पर पीसीएस अधिकारी को ये पद देने की मांग उठाई। प्रदर्शन करने वालों में हरगोविंद बोहरा, सभासद रोहित बिष्ट, जिला महामंत्री विकास साह, बीडीसी सदस्य उमेश खर्कवाल, सेवादल जिला अध्यक्ष हरीश चौधरी, अशोक कार्की, सौरभ साह, चिराग फर्त्याल, बाला दत्त थ्वाल, जगदीश जोशी, प्रकाश सिंह बोहर, मुरली जोशी आदि शामिल रहे।