कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चिकित्सा उपकरणों की व्यवस्थाओं को पुख्ता करें : डीएम विनीत तोमर
चम्पावत। जिलाधिकारी विनीत तोमर ने कोविड-19 के संक्रमण की रोकथाम, संक्रमितों मरीजों के बेहतर उपचार, वैक्सिनेशन एवं आगामी संभावित कोविड की तीसरी लहर को लेकर समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने जनपद में कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार हेतु बैड, आक्सीजन, आईसीयू, वैंटीलेटर, दवाईयां आदि की व्यवस्थाओं पर चर्चा की। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि कोरोना संक्रमित मरीजों के उपचार में किसी भी स्तर पर कोई कमी न होने दें।
जिलाधिकारी ने सीएमओ को निर्देश दिए कि कोविड-19 की टैस्टिंग को और बढाया जाए। टैस्टिंग किसी भी तरह से कम ना हो। साथ ही किसी भी व्यक्ति की होम आइसोलेशन के दौरान मृत्यु न हो। उन्होंने कहा कि जिन क्षेत्रों में बुखार या अन्य कोविड लक्षण के मामले अधिक आ रहे हैं उन क्षेत्रों में शिविर लगाकर टैस्टिंग कराएं तथा उन क्षेत्र के लोगों की टेस्टिंग कर दवाईयों की किट उपलब्ध करायी जाएं। उन्होंने निर्देश दिए कि सीमाओं पर निरंतर सैंपलिंग करें। इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतें।
आक्सीजन सिलेंडरों व दवाओं की किसी भी प्रकार की कमी ना हो। इसके लिए पहले ही डिमांड भेजना सुनिश्चित करें। उन्होने सीएमओ डॉ. आरपी खंडूरी को निर्देश दिए कि कोविड-19 गाईड लाइन के अनुसार सैम्पल लेने के समय लक्षण वाले सभी लोगों को दवाईयों की किट प्रत्येक दशा में दी जाए। साथ ही आक्सीमीटर, मास्क और ग्लब्स बांटने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि बायोमेडिकल वेस्ट का निस्तारण नियमानुसार किया जाए।
जिलाधिकारी ने सम्भावित कोरोना की तीसरी लहर को लेकर चर्चा करते हुए सीएमओ को निर्देश दिए कि बच्चों के इलाज में लगने वाले चिकित्सा उपकरणों की व्यवस्थाओं को पुख्ता करें, ताकि उस वक्त किसी भी प्रकार की समस्या ना हो। उन्होने कहा कि मास्क, सामाजिक दूरी आदि सभी गाईड लाइनों के पालन हेतु आम जनता को जागरूक करने के लिए वृहद रूप से अभियान चलाया जाए। बैठक के दौरान एडीएम त्रिलोक सिंह मर्तोलिया, एसडीएम अनिल गर्ब्याल, सीवीओ डॉ.बीएस जंगपांगी, एसीएमओ डॉ. श्वेता खर्कवाल आदि उपस्थित रहे।