जनपद चम्पावत

हादसे का असर # पंजाब के ढाई सौ तीर्थयात्रियों की रात लोहाघाट में कटी

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रीठा साहिब गुरुद्वारा में मत्था टेकने आए पंजाब के तीर्थयात्री। संवाद न्यूज एजेंसी
रीठा साहिब गुरुद्वारा में मत्था टेकने आए पंजाब के तीर्थयात्री।

लोहाघाट। ककनई गांव में 21 फरवरी को हुई जीप दुर्घटना के बाद से पुलिस और प्रशासन ने सख्ती करनी शुरू कर दी है। इस कारण रीठा साहिब गुरुद्वारे में जा रहे पंजाब के 250 से अधिक तीर्थयात्रियों को शनिवार रात लोहाघाट के ऋषेश्वर महादेव मंदिर में ठहरना पड़ा। इन तीर्थयात्रियों के लिए 63 किमी दूर रीठा साहिब गुरुद्वारे से भोजन की व्यवस्था हुई। पंजाब के तीर्थयात्री शनिवार रात आठ बजे रीठासाहिब जाने के लिए लोहाघाट पहुंचे। यह यात्री चार बस और चार कारों से आए थे, लेकिन प्रशासन ने एहतियातन रात में आवाजाही पर प्रतिबंध बता उन्हें शहर में रोक दिया। एसडीएम रिंकू बिष्ट, तहसीलदार विजय गोस्वामी, ऋषेश्वर मंदिर प्रबंधन समिति के अध्यक्ष प्रहलाद सिंह मेहता के नेतृत्व में स्थानीय प्रशासन ने आनन फानन ऋषेश्वर धर्मशाला में उनके रहने की व्यवस्था की। तहसीलदार ने बताया कि रविवार सुबह छह बजे तीर्थयात्री रीठासाहिब के लिए रवाना हुए। तीर्थयात्रियों के दल के मुखिया सरदार भूपेंद्र सिंह, सतनाम सिंह, गुरुनाम सिंह, हरविंदर सिंह आदि ने प्रशासन और प्रबंधन समिति का आभार जताया।

नवीन सिंह देउपा

नवीन सिंह देउपा सम्पादक चम्पावत खबर प्रधान कार्यालय :- देउपा स्टेट, चम्पावत, उत्तराखंड