गंगोलीहाट में पूर्व ग्राम विकास अधिकारी बना ब्लॉक प्रमुख, दिग्गजों को दी मात
पिथौरागढ़। गंगोलीहाट के नव निर्वाचित ब्लॉक प्रमुख विनोद प्रसाद ने 30 साल तक विभिन्न विकासखंडों में ग्राम विकास अधिकारी से लेकर खंड विकास अधिकारी पद की कुर्सी संभाली। सेवानिवृत्ति के सिर्फ सात महीने बाद भी वह चुनावी मैदान में उतरे। मुकाबला भी किसी सामान्य प्रत्याशी से नहीं बल्कि पूर्व विधायक की पूर्व ब्लॉक प्रमुख बेटी से था। इस दिग्गज प्रत्याशी को हराकर कांग्रेस के समर्थन से विनोद ने ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी तक पहुंचने की राह तय की है। पहले एक कर्मचारी के तौर पर ब्लॉक में काम करने वाले विनोद अब पूरे ब्लॉक की सत्ता संभालेंगे।
वर्ष 1995 में ग्राम विकास अधिकारी के पद पर नियुक्त गंगोलीहाट ब्लॉक के रणकोट निवासी विनोद प्रसाद ने 30 साल तक विभिन्न विकासखंडों में सेवा दी। बीते वर्ष अक्तूबर महीने में वह खंड विकास अधिकारी के पद से सेवानिवृत्त हुए। पंचायत चुनाव की सरगर्मियां तेज हुई तो उन्होंने चुनावी मैदान में उतरने का मन बनाया। सिमलकोट सीट से बीडीसी सदस्य का चुनाव लड़े और जीते. लंबे समय तक सरकारी सेवा में तैनात विनोद भाजपा, कांग्रेस सहित अन्य किसी भी दल के संपर्क में नहीं रहे। ऐसे में किसी भी दल से उन्हें ब्लॉक प्रमुख का प्रत्याशी घोषित किया जाना असंभव था।
राजनीति में आकर जनसेवा करने की चाहत रखने वाले विनोद ने ऐसे में ब्लॉक प्रमुख पर निर्दलीय मैदान में उतरने का निर्णय लेते हुए पर्चा भरा। इस पद पर उनका मुकाबला पूर्व विधायक मीना गंगोला की पुत्री पूर्व ब्लॉक प्रमुख अर्चना गंगोला से हुआ। बीडीसी सदस्यों ने उन पर भरोसा जताते हुए उन्हें मुखिया चुना। कर्मचारी के तौर पर काम करने वाले विनोद प्रसाद अब गंगोलीहाट विकासखंड की सत्ता संभालेंगे।
बता दें त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में भाजपा ने जिला पंचायत से लेकर ब्लॉक प्रमुख की सीट पर अपने उम्मीदवार खड़े किये थे। पिथौरागढ़ जिले में भाजपा 34 सीटों में से 15सीट पर जीत पाई। ब्लॉक प्रमुख के आठ विकास खंडों में से दो विकास खंड धारचूला और कनालाछीना में भाजपा ब्लाक प्रमुख के दावेदार जीते। डीडीहाट और मूनाकोट में भाजपा अपना ब्लॉक प्रमुख का प्रत्याशी तक घोषित नहीं कर पाई। गंगोलीहाट विधानसभा में भाजपा के बेरीनाग और गंगोलीहाट में दो प्रत्याशी हार गये। गंगोलीहाट में वर्तमान में भाजपा के विधायक फकीर राम टम्टा है। वह अपनी गृह क्षेत्र बेरीनाग की सीट भी नहीं बचा पाये।
बेरीनाग में निर्दलीय संगीता ब्लॉक प्रमुख बनीं। गंगोलीहाट में पूर्व विधायक भाजपा प्रदेश मंत्री मीना गंगोला की बेटी निवर्तमान गंगोलीहाट की ब्लॉक प्रमुख अर्चना गंगोला भी पूर्व खंड विकास अधिकारी विनोद प्रसाद से हार गईं। गंगोलीहाट विधानसभा में जिला पंचायत की 9 सीटों में से एक ही सीट भाजपा जीत पाई। जिसमें भाजपा विधायक फकीर राम टम्टा अपनी गृह सीट जिला पंचायत पिपली भी हार गये थे। बेरीनाग में पूर्व में निकाय चुनाव में कांग्रेस के हाथ करारी सिखत खानी पड़ी थी। उसके बाद पंचायत चुनाव में भी भाजपा को करारी शिकस्त खानी पड़ी है। जिससे राजनीतिक जानकार डेढ़ वर्ष के बाद होने वाले विधानसभा 2027से भी जोड़ कर देख रहे हैं।
लगातार भाजपा का कम होता ग्राफ चिंताजनक है। वहीं, डीडीहाट विधायक बिशन सिंह चुफाल के क्षेत्र डीडीहाट में भाजपा अपना प्रत्याशी घोषित नहीं कर पाई। डीडीहाट में सीएम पुष्कर धामी के चचेरे भाई नरेंद्र धामी चुनाव जीते। जिन्हें कांग्रेस का भी समर्थन मिला था। धारचूला में भाजपा ब्लॉक प्रमुख मंजुला बुद्धियाल और विण में लगातार दूसरी बार कांग्रेस की लक्ष्मी गोस्वामी और मूनाकोट में निर्विरोध नीमा वल्दिया भी दूसरी बार और मुन्स्यारी में कांग्रेस की कविता महर चुनाव जीती हैं।
