अस्पताल संचालक पर प्रसव में लापरवाही बरतने का आरोप, स्वास्थ्य मंत्री को पत्र भेजा
टनकपुर निवासी एक व्यक्ति ने तुषार अस्पताल पर उसकी बहू के प्रसव में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया है। पीड़ित परिवार का कहना है कि इसी अस्पताल की मनमानी और लापरवाही के चलते प्रसव से पूर्व ही गर्भ में शिशु की मौत हो गई। उन्होंने स्वास्थ मंत्री को पत्र भेजकर कार्रवाई की मांग की है। आमबाग निवासी माघवानंद जोशी ने स्वास्थ्य मंत्री को भेजे पत्र में कहा है कि उनकी बहू गर्भावस्था के अंतिम चरणों में थी। बहू का उपचार व देखभाल टनकपुर तुषार अस्पताल के से चल रहा था। पिछले साल छह दिसंबर से उनकी बहू का नियमित उपचार अस्पताल से चल रहा था। उन्होंने स्वास्थ्य मंत्री से अस्पताल के खिलाफ कार्यवाही किए जाने की मांग की है। पत्र में कहा गया है कि उनकी बहू का उपचार शुरू से अस्पताल में चल रहा था। मार्च, अप्रैल और मई में डॉक्टर के मुताबिक चेकअप कराया गया था। जिसमें उन्होंने सबकुछ ठीक ठाक होने की बात कही। बताया कि करीब एक सप्ताह पूर्व प्रसव पीड़ा होने पर वह लोग महिला को तुषार अस्पताल ले गए थे। अस्पताल स्टाफ ने महिला के चेकअप के बाद तब भी सबकुछ सामान्य बताया था।
परिजनों का आरोप है कि देर रात महिला को तेज प्रसव पीड़ा शुरू हुई तो अस्पताल स्टाफ उसे छोड़कर खिसक गया था। उसके बाद किसी तरह वाहन बुक करा गभर्वती महिला को परिजन द्वारा आनन-फानन में खटीमा ले गए। जहां चिकित्सकों ने शिशु की गर्भ में ही मौत होने की जानकारी दी। अब पीड़ित परिवार ने निजी अस्पताल के खिलाफ स्वास्थ्य मंत्री व डीएम समेत अन्य अधिकारियों को शिकायती पत्र भेज कड़ी कार्रवाई है
जब प्रसव पीड़िता को हमारे अस्पताल लाया गया था, तब गर्भ में शिशु की धड़कन सामान्य थी। उसके कुछ घंटों बाद प्रसव पीड़िता शौच गई। लौटने के बाद जांच में सामने आया कि गर्भस्थ शिशु की धड़कन नहीं चल रही है। इस पर उसे हायर सेंटर रेफर किया गया था। सभी आरोप निराधार हैं। तुषार अस्पताल संचालक, टनकपुर