मां पूर्णागिरि मेला # साफ दिखा कोरोना का प्रभाव, प्रथम नवरात्र पर उम्मीद से कम पहुंचे श्रद्धालु
अमित जोशी बिट्टू, टनकपुर। देश में फिर से बढ़ रहे कोरोना संक्रमण का प्रभाव उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध मां पूर्णागिरि मेले पर भी देखने को मिल रहा है। चैत्र नवरात्रि के पहले दिन मां के दर्शनों को उम्मीद से कम श्रद्धालु पहुंचे। 30 मार्च से शुरू हुए मेला इस बार एक माह ही चलना है। गत वर्ष तो मेला कोरोना के चलते केवल एक सप्ताह ही चल पाया था। इस बार शुरू से ही श्रद्धालुओं की आवक अपेक्षाकृत कम देखी गई। दुकानदारों व पुजारियों को आशा थी कि नवरात्र पर मां के दर्शनों को भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचेंगे, लेकिन पहले नवरात्र पर उम्मीद से कम श्रद्धालु पहुंचे। मालूम हो कि वर्ष 2019 में पहले नवरात्र को डेढ़ लाख श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन किए थे। इस बार मेला प्रशासन व पुलिस के आकड़ों के मुताबिक मंगलवार को चैत्र नवरात्र के पहले दिन करीब आठ हजार श्रद्धालुओं ने मां के दर्शन किए। आज जो भी श्रद्धालु मां के दर्शनों को पहुंचे थे, उनमें कोरोना को लेकर खास डर नहीं देखा गया। कोरोना के भय पर आस्था भारी पड़ी। मेला प्रशासन व पुलिस ने कोविड के दिशा निर्देशों का पालन करवाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। कई स्थानों पर पुलिस को भीड़ नियंत्रण करने में कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। काली मंदिर से मुख्य मंदिर तक कई स्थानों में बैरिकेटिंग कर श्रदालुओं को जत्थों के रूप में मां के दर्शनों को भेज गया। पूरा पूर्णागिरि धाम क्षेत्र मां के जयकारों से गुंजायमान रहा। उधर श्रद्धालुओं की वजह से शारदा नदी, शारदा घाट व टनकपुर से सटे नेपाल के ब्रमदेव स्थित सिद्धबाबा मंदिर में भी खासी रौनक रही। मेले की व्यवस्थाओं पर मेला मजिस्ट्रेट हिमांशु कफल्टिया की खास निगाह बनी रही। मेला संचालन करने में सीओ अविनाश वर्मा, ठुलीगाड़ प्रभारी लक्ष्मण सिंह, उप निरीक्षक सुरेंद्र सिंह खड़ायत, हरीश प्रसाद समेत पुलिस टीम का खासा योगदान रहा। एएमए राजेश कुमार भी व्यवस्थाएं बनाने में जुटे रहे।
पुजारियों व व्यापारियों में दिखी मायूसी
मां पूर्णागिरि धाम में विगत वर्षों की अपेक्षा इस वर्ष एक चौथाई दर्शनार्थी भी मेले में नहीं पहुंच रहे हैं। इससे पुजारियों व व्यापारियों में मायूसी दिखाई दी। जानकारी के अनुसार वर्ष 2019 में नवरात्र के पहले दिन डेढ़ लाख भक्तों ने मां के दर्शन किए। पुजारियों व व्यापारियों को उम्मीद थी कि आज दर्शनों को भक्तों की भारी भीड़ उमड़ सकती है, लेकिन श्रद्धालुओं की संख्या बेहद कम रही। पिछले वर्ष मेला न पाने के चलते दिक्कतों से जूझ रहे पुजारियों व व्यापारियों की दिक्कतें अब भी कम होती नजर नहीं आ रही हैं। अब मेला केवल 17 दिन का और बचा है। फिर भी उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में श्रद्धालुओं की आवक में बढ़ोत्तरी होगी।
मां के दर्शन करने के बाद श्रद्धालु उठा रहे राफ्टिंग का लुत्फ
टनकपुर। मां पूर्णागिरि के दर्शनों को पहुंच रहे तमाम श्रद्धालु शारदा नदी में राफ्टिंग का लुत्फ भी उठा रहे हैं। वह शारदा नदी में संचालित राफ्टिंग कैंपों में पहुंच रहे हैं और शारदा नदी के बहाव में रोमांच का अनुभव कर रहे हैं। राफ्टिंग मां पूर्णागिरि के चरण स्थली महाकाली नदी से शुरू होकर बूम तक आती है।