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टनकपुर में 106 बीघा जमीन पर बनेगा आईएसबीटी, राष्ट्रपति ने किया है शिलान्यास

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टनकपुर। कुमाऊं के सबसे पुराने बस स्टेशनों में शामिल टनकपुर का बस अड्डा अगले कुछ सालों में बिल्कुल ही बदला हुआ नजर आएगा। टनकपुर में आईएसबीटी (अंतरराज्यीय बस टर्मिनल) बनेगा। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के विधानसभा क्षेत्र टनकपुर में बनने वाले इस बस अड्डे का आठ दिसंबर को देहरादून में बाकायदा राष्ट्रपति द्रोपदी मुर्मू वर्चुअल शिलान्यास कर चुकी हैं। यह बस अड्डा रोडवेज कार्यशाला के पास जल निगम के गोदाम वाली भूमि और उसके आसपास की जगह पर बनेगा।
टनकपुर का रोडवेज बस अड्डा वर्ष 1960 में बना था। तब 12 बसों को पार्क करने के अलावा यात्रियों के विश्राम की जगह थी लेकिन आबादी और बस का बेड़ा बढ़ने के बाद से यह बस अड्डा जरूरत को पूरा नहीं कर पा रहा था। जगह की कमी से होने वाली परेशानी के मद्देनजर बस अड्डा दूसरी जगह बनाने की कई बार मांग भी उठती रही। इस कार्यशाला से संबद्ध तीन (टनकपुर, लोहाघाट और पिथौरागढ़) डिपो के अलावा दूसरे डिपो की 200 से अधिक बस सेवाएं पांच हजार से अधिक मुसाफिरों को हर रोज मंजिल तक पहुंचाती हैं।

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टनकपुर में इसी भूमि पर बनेगा आईएसबीटी।


बस टर्मिनल के लिए रोडवेज ने कार्यशाला से लगी जल निगम की 14 बीघा जमीन लेकर इतनी ही जमीन दूसरे स्थान पर दे दी है। जल निगम के कार्यालय व गोदाम वाली जगह बने भवन के लिए रोडवेज चौरानवे लाख रुपये भी देगा। पचास करोड़ रुपये से 106 बीघा जमीन पर बनने वाले इस बस टर्मिनल में 100 बसों के पार्क करने की क्षमता होगी। साथ ही प्रतीक्षालय, कैंटीन, हाईटेक शौचालय सहित यात्रियों को आधुनिक सुविधाएं मुहैया हो सकेंगी।

मौजूदा बस अड्डे में बनेगी भूमिगत पार्किंग
टनकपुर शहर में स्थित रोडवेज के मौजूदा बस अड्डे की जगह पर भूमिगत पार्किंग बनेगी। साथ ही ऊपरी तल पर मॉल बनाया जाएगा।

पिछले साल विलोपित हुए थे सीएम के दो ऐलान
चम्पावत। तत्कालीन मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने टनकपुर में रोडवेज की केंद्रीय कार्यशाला और आधुनिक बस अड्डा निर्माण की घोषणा की थी, लेकिन बाद में ये दोनों घोषणाएं विलोपित हो गई थीं। जुलाई 2017 को केंद्रीय कार्यशाला निर्माण और अक्तूबर 2019 को कार्यशाला परिसर में आधुनिक बस अड्डा निर्माण का ऐलान किया था। इन दोनों घोषणाओं को परिवहन निगम की आख्या के बाद शासन ने जून 2021 को विलोपित कर दिया था।

जल निगम की जमीन के हस्तांतरण की प्रक्रिया तकरीबन पूरी हो गई है। साथ ही नए बस अड्डे का डिजाइन भी तैयार हो चुका है। पचास करोड़ रुपये से बनने वाले नए बस बस अड्डे से बसों के खड़े होने की क्षमता बढ़ने के साथ ही यात्री सुविधाओं में भी इजाफा होगा। पवन मेहरा, मंडलीय प्रबंधक, रोडवेज, टनकपुर

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