उत्तराखण्ड

आइटीआइ कार्मिकों का आंदोलन स्थगित, ये बनी सहमति, कार्यवाही न होने पर छह सितंबर से फिर होगी हड़ताल

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उत्तराखंड में आइटीआइ कार्मिकों ने अपने आंदोलन को स्थगित कर दिया है। उत्तराखंड राजकीय औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान कर्मचारी संघ छह सूत्रीय मांगों को लेकर दो अगस्त से आंदोलन कर रहा था। इसके तहत समस्त आइटीआइ के समक्ष दो घंटे का कार्य बहिष्कार कर कार्मिक धरना दे रहे थे। आज निदेशक से हुई वार्ता के दौरान आश्वासन दिया गया कि चार सितंबर तक उनकी मांगों के संबंध में कार्यवाही पूरी कर दी जाएगी। इस पर कर्मचारियों ने कहा कि यदि निर्धारित अवधि तक कार्यवाही नहीं होती तो छह सितंबर के पूर्ण कार्य बहिष्कार और हड़ताल प्रारम्भ कर दी जाएगी।
संघ के प्रान्तीय अध्यक्ष आरपी जोशी ने बताया है कि 16 अगस्त को संघ की निदेशक से वार्ता हुई थी। इसका कार्यवृत्त 18 अगस्त को जारी किया गया। इसमें निदेशक ने प्रत्येक मांग के निराकरण के लिए 07 दिनों से लेकर 15 दिनों तक की एक निश्चित समय सीमा निर्धारित कर दी है। साथ ही संघ को आश्वस्त किया गया है कि उक्त निर्धारित समय सीमा में निदेशालय स्तर से विभिन्न प्रकरणों के प्रस्ताव शासन को संदर्भित कर दिए जाएंगे। प्रान्तीय महामंत्री पंकज सनवाल के अनुसार आन्दोलन को अभी केवल और केवल स्थगित किया गया है। समाप्त नहीं किया गया है।

ये बनी सहमति
-पदोन्नति से सम्बन्धित प्रकरणों में अनुदेशक से कार्यदेशक के पदों पर पदोन्नति के लिए संशोधित प्रस्ताव, कार्यदेशक से प्रधानाचार्य श्रेणीं 2 के प्रस्ताव निदेशालय से शासन को प्रेषित कर दिए गए हैं। इनके अधियाचन यथाशीघ्र आयोग को भेज पदोन्नति की कार्यवाही पूर्ण की जाएगी।
-अनुदेशक से कार्यदेशक के पदों पर 100 प्रतिशत विभागीय पदोन्नति की कार्य़देशक सेवा नियमावली बनाई जाएगी।
-सेवा नियमावली में ही अनुदेशक/कार्यदेशक का पदनाम परिवर्तन कर प्रशिक्षण अधिकारी व वरिष्ठ प्रशिक्षण अधिकारी कर दिया जाएगा।
-कनिष्ठ अभियंता की भांति अनुदेशकों को भी काल्पनिक वेतन वृद्धि का लाभ दिए जाने के लिए संशोधित प्रस्ताव भी शासन को एक सप्ताह में प्रेषित किए जाने के लिए निदेशक महोदय द्वारा बैठक में और कार्यवृत्त में भी आश्वस्त किया गया है।