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चम्पावत में ‘जल उत्सव’ की हुई शुरूआत, संकटग्रस्त हो चुके 40 जल स्रोतों को पुर्नजीवित करने का होगा काम

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चम्पावत। जल की कमी के दृष्टिगत चम्पावत के सभी विकासखंडों में जल संरक्षण और संवर्धन हेतु वृहद स्तर पर जन जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से 10 जून से 16 जून 2024 तक “जल उत्सव” कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। इसी के तहत सोमवार को विकासखंड चंपावत के ग्राम पंचायत डूंगरासेठी से इसका शुभारंभ अध्यक्ष जिला पंचायत ज्योति राय द्वारा किया गया। उन्होंने सभी संबंधित विभागों को संवेदनशील सूख रहे जल स्रोतों एवं सहायक नदियों, तालाबों, धाराओं आदि सभी जल स्रोतों को चिह्नीकरण कर योजना बनाने और उस पर समन्वय से कार्य करें ताकि सकारात्मक परिणाम मिल सकें।


कहा हमें हमारे बच्चों को पानी के महत्व तथा पानी को संरक्षित करने के बारे में बताने की आवश्यकता है तथा वनों का कटान में भी कमी कर ज्यादा से ज्यादा वृक्षारोपण करना चाहिए और ऐसी संस्कृति बनानी होगी जिसमें हर विशेष दिन पर वृक्षारोपण किया जाए। इस अवसर पर क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष रेखा देवी ने बताया कि वर्तमान समय में सभी जगहों पर पानी की कमी की बेहद गंभीर समस्या है। साथ ही पेड़ों का कटान भी दिन पर दिन बढ़ता जा रहा है। जो की एक अहम कारण है जल स्रोतों के सूखने का इसलिए उन्होंने अनुरोध करते हुए कहा कि ज्यादा से ज्यादा वृक्ष लगाने का प्रयास करें और सभी को यह भी बताइए की बरसात के समय बड़े-बड़े गड्ढे कर उसमें पानी को संरक्षित किया जा सकता है।

इस अवसर पर सीडीओ संजय कुमार सिंह ने कहा की जनपद में पानी की कमी से बचने के लिए व जल स्रोत को बढ़ाने के लिए जल उत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यक्रम जिला स्तर, ब्लॉक स्तर तथा न्याय पंचायत स्तर पर आयोजित किया जा रहा है। इसके अंतर्गत जनपद में वृक्षारोपण तथा पानी को संरक्षित किया जाएगा जल की कमी को देखते हुए भारत सरकार द्वारा प्रत्येक गांव में जल स्रोत बढ़ाने के लिए विभिन्न योजनाओं के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया की जिला पंचायत, ग्राम पंचायत के फंड में से कुछ लागत से जल संरक्षण के लिए निवेश किया जाएगा। इस वर्ष जो 40 जल स्रोत संकटग्रस्त हो गए। उन्हें संरक्षित करने के लिए 20 सहायक नदियों को पुर्नजीवित करने के लिए हर ग्राम पंचायत के अंतर्गत जो भी जल क्षेत्र बने हैं, उन्हें संरक्षित करना है। जनपद में बने अमृत सरोवर को संरक्षित करने हेतु सभी अधिकारी ड्यूटी के अनुरूप अपने अमृत सरोवर पर जाएं और उन्हें संरक्षित करने हेतु कार्य एक माह के भीतर करेंगे। जिसमें पानी को रोकने के लिए संरचना तैयार की जाएगी तथा आने वाले हरेला त्यौहार में वृक्षारोपण किया जाएगा ताकि पानी को संरक्षित किया जा सके तथा हर ग्राम पंचायत में वृहद वृक्षारोपण किया जाएगा। कार्यक्रम के दौरान जिला पंचायत अध्यक्ष ज्योति राय, क्षेत्र पंचायत अध्यक्ष रेखा देवी आदि ने पौधारोपण किया। इस दौरान तमाम जनप्रतिनिधि व अधिकारी मौजूद रहे।