गाड़ी पर मजिस्ट्रेट लिखवाकर जज का बेटा दिखा रहा था रौब, उत्तराखंड पुलिस ने सिखा दिया सबक
ऋषिकेश। टिहरी जिले के मुनिकीरेती थाना क्षेत्र में भद्रकाली चौकी पर पुलिस की कार्रवाई से बचने के लिए उत्तर प्रदेश के एक जिले के मजिस्ट्रेट का बेटा अपने पिता के नाम और पद का रौब दिखता हुआ नजर आया। दरअसल कार में मजिस्ट्रेट की जगह उनका बेटा अपने दोस्तों के साथ बैठा हुआ था, जो पुलिस की कार चेकिंग से बचकर निकलने की कोशिश कर रहा था। बहरहाल पुलिस ने कार को सीज करने की कार्रवाई की है।
इंस्पेक्टर रितेश शाह ने बताया है कि भद्राकाली पुलिस चौकी पर वाहनों की चेकिंग दिन-रात चल रही है। इसी क्रम में आज भी चेकिंग की जा रही थी, तभी शीशे पर मजिस्ट्रेट लिखी उत्तर प्रदेश की एक कार चेकिंग से बचकर निकलने की कोशिश करने लगी। जिससे शक होने पर भद्रकाली चौकी प्रभारी जितेंद्र कुमार ने कार को चेकिंग के लिए रोका। पूछताछ करने पर पता चला कि कार में कोई मजिस्ट्रेट मौजूद नहीं है, बल्कि उत्तर प्रदेश के एक जिले के मजिस्ट्रेट का बेटा अपने दोस्तों के साथ कार में मौजूद है। कार में सवार युवक सौरभ पुत्र अखिलेश निवासी गरवाल आजमगढ़ यूपी ने स्वयं को जज का बेटा बताते हुए पुलिस पर रौब दिखाने का प्रयास किया।
इंस्पेक्टर रितेश शाह ने बताया कि जब पुलिस ने मजिस्ट्रेट के बेटे को कानून का पाठ पढ़ाया, तो कार सवार युवक सौरभ अपने पिता के नाम और पद का रौब दिखाने लगा, जिससे पुलिस ने तत्काल एक्शन लिया और कार को कब्जे में लेकर सीज कर दिया। उन्होंने कहा कि मजिस्ट्रेट का बेटा अपने दोस्तों के साथ ऋषिकेश घूमने आया था। वो और उसके दोस्त भद्राकाली चौकी के पास शोर मचा रहे थे और यातायात नियमों का उल्लंघन भी कर रहे थे। बीते 25 मई (शनिवार) को कैलाश गेट पुलिस चौकी के पास कानपुर देहात के सांसद देवेंद्र सिंह की कार का पुलिस ने ट्रैफिक नियमों का उलंघन करने पर चालान काटा था।