जनपद चम्पावतनवीनतमनैनीताल

यात्रा प्राधिकरण में शामिल होगा कैंची धाम, श्रद्धालुओं को मिलेंगी सुविधाएं, सीएम धामी ने हल्द्वानी में पेयजल किल्लत व ​बिजली कटौती को लेकर की समीक्षा बैठक, कल चम्पावत जिले की समीक्षा करेंगे

Ad
ख़बर शेयर करें -

हल्द्वानी/चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी शनिवार को हल्द्वानी पहुंचे। यहां उत्तराखंड फॉरेस्ट ट्रेंनिंग इंस्टीट्यूट में अधिकारियों के साथ बिजली की कटौती और पेयजल किल्लत सहित कैंची धाम में लगने वाले मेले के संबंध में तैयारी को लेकर समीक्षा बैठक की। इस दौरान अधिकारियों को पूरी तत्परता से यातायात और पर्यटन सीजन की समस्याओं के समाधान खोजने के निर्देश दिए।

Ad

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बताया कि इस बार भीषण गर्मी के चलते विद्युत विभाग के ऊपर काफी लोड है। उनके द्वारा ऊर्जा सचिव सहित विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया है कि ऊर्जा संकट ना हो इसके लिए त्वरित कार्य योजना पर कार्य किया जाए। साथ ही जो नए बिजली घर और सब स्टेशन बनाए जाने हैं, उनके लिए भी तेजी से काम किए जाएं। इस दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भीमताल स्थित विश्व प्रसिद्ध कैंची धाम मंदिर में लगातार बढ़ रहे श्रद्धालुओं की संख्या और आगामी 15 जून को कैंची धाम में लगने वाले मेले को लेकर अधिकारियों के साथ बैठक की।

मुख्यमंत्री ने कहा जिस तरह कैंची धाम में बाबा के दर्शन के लिए हजारों की संख्या में श्रद्धालु आ रहे हैं, उस हिसाब से प्रशासन को सड़कों के चौड़ीकरण और पार्किंग की व्यवस्था सहित यात्रा प्रबंधन को सकुशल संचालन करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही उन्होंने कहा चार धाम यात्रा को जिस तरह से यात्रा प्राधिकरण में शामिल किया जाएगा, उसी तरह कैंची धाम मंदिर को भी यात्रा प्राधिकरण में शामिल किया जाएगा। कैंची धाम मंदिर यात्रा प्राधिकरण में शामिल होने से बाबा का दर्शन करने वाले भक्तों को काफी सहूलियत मिलेंगी।

चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का जनपद चम्पावत में एक दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम है। यह जानकारी देते हुए जिलाधिकारी नवनीत पांडे ने बताया कि अपने भ्रमण कार्यक्रम के अनुसार मुख्यमंत्री धामी 2 जून रविवार को पूर्वाह्न 10:40 बजे खटीमा, उधम सिंह नगर से कार द्वारा प्रस्थान कर पूर्वाह्न 11:00 बजे एनएचसी सभागार बनबसा, चम्पावत पहुंचेंगे। जहां वह जनपद चम्पावत से संबंधित विद्युत विभाग, पेयजल विभाग, वन विभाग,लोक निर्माण विभाग एवं सिंचाई विभाग की समीक्षा करेंगे।

Ad