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कर्नाटक एग्जिट पोल : बन रहे त्रिशंकु विधानसभा के आसार, कांग्रेस भाजपा में चल रहा आगे पीछे का खेल

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कर्नाटक विधानसभा के लिए पोलिंग खत्म होते ही विभिन्न एजेंसियों के एग्जिट पोल आने लगे हैं।

न्यूज नेशन सीजीएस का एग्जिट पोल
न्यूज नेशन और पी मारक्यू के एग्जिट पोल के अनुसार, कर्नाटक में भाजपा को 114 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस को 86 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं, जेडीएस को 21 सीटें मिलने की संभावना है। साथ ही अन्य के खाते में तीन सीटें जा सकती हैं।

टीवी9 कन्नड सी-वोटर का एग्जिट पोल
टीवी9 कन्नड सी-वोटर ने अपने एग्जिट पोल में भाजपा को 83 से 95 सीटें मिलने का अनुमान जताया है। वहीं, कांग्रेस को 100 से 112 सीटें मिल सकती हैं। इस एग्जिट पोल में जेडीएस को 21-29 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं अन्य के खाते में दो से छह सीटें जा सकती हैं।

एशियानेट जन की बात का एग्जिट पोल
वहीं, इन सबसे इतर एशियानेट जन की बात ने अपने एग्जिट पोल में कर्नाटक में भाजपा को बढ़त हासिल करने की संभावना जताई है। इसने, राज्य में भाजपा को 94 से 117 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस को 91 से 106 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं, जेडीएस को 14-24 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं अन्य के खाते में दो सीटें जा सकती हैं।

रिपब्लिक और पी मारक्यू के एग्जिट पोल
रिपब्लिक और पी मारक्यू के एग्जिट पोल के अनुसार, कर्नाटक में भाजपा को 85 से 100 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि कांग्रेस को 94 से 108 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं, जेडीएस को 24-33 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं अन्य के खाते में दो से छह सीटें जा सकती हैं।

टीवी9 भारतवर्ष और पोलस्ट्रैट का एग्जिट पोल
वहीं टीवी9 भारतवर्ष और पोलस्ट्रैट एग्जिट पोल में कर्नाटक विधानसभा चुनाव में भाजपा पिछड़ती दिख रही है। इसमें कांग्रेस को 99 से 109 सीटें, भाजपा को 88से 98 सीटें, जेडीएस को 21-26 सीटें मिलती दिख रही हैं। वहीं अन्य को 0-चार सीटें मिलने की संभावना जताई गई है।

ZEE NEWS और MATRIZE के एग्जिट पोल के अनुसार, कर्नाटक में कांग्रेस को 103-118 सीटें मिलने का अनुमान है, जबकि बीजेपी को 79-94 सीटें मिलने की संभावना है। वहीं, जेडीएस को 25-33 सीटें मिलने की संभावना है। अन्य के खाते में दो से पांच सीटें जा सकती हैं।

ये थे 2018 के आंकड़े

पिछली बार यानी 2018 में 12 मई को कर्नाटक में मतदान हुए थे। 15 मई को नतीजे घोषित हुए थे। किसी भी पार्टी को पूर्ण बहुमत नहीं हासिल हुआ था। तब भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी। भाजपा के 104 प्रत्याशियों ने जीत हासिल की थी। दूसरे नंबर पर कांग्रेस के 80 और जेडीएस के 37 उम्मीदवार चुनाव जीते थे। भाजपा नेता बीएस येदियुरप्पा ने मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, लेकिन बहुमत साबित नहीं कर पाए। इसके चलते छह दिन बाद ही उन्हें पद छोड़ना पड़ा। इसके बाद कांग्रेस और जेडीएस ने मिलकर सरकार का गठन किया। जेडीएस नेता एचडी कुमारस्वामी मुख्यमंत्री बन गए। 23 मई 2018 को कुमारस्वामी ने सीएम पद की शपथ ली। हालांकि, बाद में जेडीएस और कांग्रेस के कई विधायकों ने अपनी पार्टी छोड़कर भाजपा का दामन थाम लिया। 26 मई 2019 को बीएस येदियुरप्पा एक बार फिर से मुख्यमंत्री बन गए। 28 जुलाई 2021 को येदियुरप्पा की जगह बसवराज बोम्मई को मुख्यमंत्री बनाए गए।