मैंने फेसबुक पर देखा, अपने पुराने दोस्त श्री किशोर उपाध्याय जी की पोस्ट। उन्होंने कहा कि जब तक मैं उनका हनुमान था, तब तक वो आगे बढ़ते रहे, इस पर कोई संदेह नहीं है। मेरे जीवन को आगे बढ़ाने में जिन लोगों का महत्त्व है, उनमें @KupadhyayINC जी केमहत्व को मैंने कभी नहीं झुठलाया..1/2 pic.twitter.com/BktfC9xdEh