मां पूर्णागिरि मेला # श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस की ओर से की गई है चाक चौबंद व्यवस्था
जनपद चम्पावत के कोतवाली टनकपुर बनबसा क्षेत्र अंतर्गत दिनांक 30 मार्च से 30 अप्रैल तक तक चलने वाले उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध मेले श्री माँ पूर्णागिरि मेले का मंगलवार 30 मार्च को काबिना मंत्री बंशीधर भगत ने किया। मेले में श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए पुलिस की ओर से व्यवस्थाएं चाक चौबंद की गई हैं। मेले को सकुशल संपन्न कराने के लिए एसपी लोकेश्वर सिंह ने सीओ अविनाश वर्मा (मो0न0-9456593370) को सम्पूर्ण मेले का प्रभारी अधिकारी बनाया गया है। एसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि मेले को 07 सेक्टरों में बांटा गया है। प्रत्येक सेक्टर में एक उपनिरीक्षक को प्रभारी बनाया गया है। तीन अस्थायी थाने काली मन्दिर, भैरव मन्दिर तथा ठुलीगाड़ में, एक अस्थायी चौकी हनुमान चट्टी के पास बनायी गयी है। एसआई सुरेन्द्र सिंह खड़ायत (मो0न0-8475978788) को थानाध्यक्ष थाना काली मन्दिर, एसआई हरीश प्रसाद (मो0न09412310038, 6397199253) को थाना प्रभारी थाना भैरव मन्दिर तथा एसआई लक्ष्मण सिंह (मो0न0-9639757851) को थानाध्यक्ष ठुलीगाड़ बनाया गया है। इसके अलावा पुलिस की ओर से अन्य व्यवस्थाएं भी की हैं।
- अग्नि दुर्घटनाओं से बचाव हेतु- सम्पूर्ण मेला क्षेत्र में अग्नि दुर्घटनाओं से बचाव हेतु मुख्य मन्दिर में 06 फायर एक्सग्यूसर, काली मन्दिर में 06 फायर एक्सग्यूसर, 5000 लीटर का वाटर टैन्क नागा क्षेत्र में, भैरव मन्दिर, ठूलीगाड़, टुन्यास क्षेत्र, टनकपुर एवं बनबसा क्षेत्र में एक-एक फायर यूनिट मय फायर टैण्डर एवं पोर्टेबल पम्प के साथ नियुक्त किया गया है।
- स्नान घाटों में श्रद्धालूओं की सुरक्षा हेतु प्रबन्ध- मेला क्षेत्र में अत्यधिक गर्मी पड़ने एवं मुख्य मन्दिर में दर्शन करने से पहले श्रद्धालूओं द्वारा शारदा नदी में बने स्नान घाटों एवं रोखड़ों व अन्य जगहो पर भी स्नान किया जाता है जिससे रोखड़ो व स्नान घाटों में अचानक पानी का स्तर बढने व अन्य कारणो से श्रद्धालूओं के डूबने व बहने की दुर्घटना होने की सम्भावनाऐ बनी रहती है। जनपद चम्पावत पुलिस द्वारा श्रद्धालूओं को डूबने एवं बहने से बचाने हेतु पर्याप्त संख्या में गोताखोर एवं 01 (25-30 जवान) प्लाटून तैराक पुलिस की नियुक्ति की गयी है तथा एस0एस0बी0 से सम्पर्क स्थापित कर एक राप्ट की व्यवस्था की गयी है। चौकी शारदा बैराज बनबसा स्नान घाट में 03 गोताखोर, शारदा घाट टनकपुर में 04 गोताखोर एवं 01 प्लाटून तैराक पुलिस के जवान, ठुलीगाड़ टनकपुर स्नानघाट के पास 03 जल पुलिस के जवान आवश्यक उपकरणों के नियुक्त किये गये है। इसके अतिरिक्त नदी में बने रोखड़ों पर स्नान करने वाले श्रद्धालूओं की सुरक्षा के हेतु श्रद्धालूओं को इस सम्बन्ध में जागरूक करने तथा सतर्क दृष्टि रखने हेतु निर्देशित किया गया है।
- यातायात व्यवस्था- मेला क्षेत्र में सुरक्षित यातायात व्यवस्था हेतु 03 उपनिरीक्षक नियुक्त किये गये है। मेले के दौरान टनकपुर/नायकगोठ/ठूलीगाड़ एवं भैरव मन्दिर में पार्किग की व्यवस्था की गयी है। उपरोक्त के अतिरिक्त टनकपुर में पिथौरागढ़ चुंगी एवं गॉधी मैदान तथा थाना बनबसा क्षेत्रान्तर्गत बनबसा स्टेडियम तथा कैनाल गेट के पास भी पार्किग की व्यवस्था की गयी है।
- मेला क्षेत्र में अत्यधिक भीड़ भाड़ वाले स्थानों में सुरक्षा के मध्येनजर चैकिंग हेतु 02 बम डिस्पोजल स्क्वाड की तैनाती की गयी है। जिसमें काली मन्दिर से मुख्य मन्दिर तक एक टीम द्वारा तथा भैरव मन्दिर से ढूलीगाड तक दूसरी टीम द्वारा एण्टी सबोटाज चैकिंग की जायेगी।
- मेला क्षेत्र में उचित संचार प्रबन्धन काली मन्दिर के पास एक रिपिटर केन्द्र खोला गया है। इसके अतिरिक्त 03 सेक्टरों में 01-01 सहायक रेडियो ऑपरेटर की नियुक्ति की गयी है।
मेला क्षेत्र में अधिकांश श्रद्धालू बाहरी राज्यो से अपने परिजनों व बच्चो के साथ आते है। पर्वतीय भौगोलिक क्षेत्र एवं मेले में अत्यधीक भीड़ के दौरान कई बार बच्चे एवं बुजुर्ग व्यक्ति अपने परिजनों से बिछुड़ जाते है। जनपद चम्पावत पुलिस द्वारा ऐसे लोगो को उनके परिजनो से मिलाने हेतु मेला क्षेत्र में काली मन्दिर, झूठा मन्दिर, भैरव मन्दिर, ठूलीगाड़ तथा चौकी बूम में एक-एक खोया पाया केन्द्र की स्थापना की गयी है। खोया पाया केन्द्र में नियुक्त पुलिस बल द्वारा किसी भी व्यक्ति के खो जाने की सूचना मिलने पर पब्लिक एड्रेस सिस्टम, लाउडस्पीकर तथा वायरलैस के माध्यम से सभी थानों को खोये व्यक्ति की पूरी जानकारी एवं हुलिया उपलब्ध कराकर स्थानीय पुलिस द्वारा ढुढखोज कर गुमशुदा को तलाशा जायेगा।
— मेला क्षेत्र पर्वतीय क्षेत्र होने के कारण सम्भावित आपदा से निपटने के हेतु 02 यूनिट एस0डी0आर0एफ0 की आवश्यकत होगी जिस हेतु पुलिस मुख्यालय से सम्पर्क किया गया है तथा स्थानीय स्तर पर भी जनपद पुलिस के प्रशिक्षित जवानों को नियुक्ति किया गया है।
— चिकिस्कीय व्यवस्था- मेले के दौरान यात्रियों को बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराये जाने हेतु ठुलीगाड एलोपैथिक अस्पताल, भैरव मन्दिर ऐलोपैथिक अस्पताल, टुन्यास ऐलोपैथिक अस्पताल, काली मन्दिर ऐलोपैथिक अस्पताल में श्रद्धालूओं की चिकित्सा व्यवस्था की गयी है। सभी अस्पतालों में आक्सीजन सिलेण्जर तथा भैरव मन्दिर में एक एम्बूलेन्स की व्यवस्था भी की गयी है।
पुलिस की ओर से अपील की गई है कि मेले के दौरान कानून व्यवस्था या अन्य किसी भी दुर्घटना या परिजनों के बिछुड़ने से सम्बन्धित किसी भी मामले में त्वरित कार्यवाही हेतु जनपद पुलिस के हेल्पलाई न0 -112, 05965230607, 9411112984, 18001804178, 05943265013, 9411112916, 05943263034, 9411112917 पर सम्पर्क कर सकते है। जनपद चम्पावत पुलिस द्वारा किसी भी मामले में त्वरित कार्यवाही की जायेगी तथा श्रद्धालूओं की माँ पूर्णागिरि मेले की यात्रा को बेहतर, सुगम एवं सुरक्षित बनाये जाने हेतु भरसक प्रयास किये जायेगे।