खनन कारोबारियों ने की रॉयल्टी की दर कम करने की मांग

टनकपुर। वन निगम ने शारदा नदी में खनिज निकासी गेट खोल दिए हैं, लेकिन स्टोन क्रशर स्वामियों की हड़ताल के कारण पहले दिन खनिज निकासी नहीं हो सकी। कारोबारियों ने शुक्रवार से खनिज निकासी करने का निर्णय लिया है। एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने बुधवार को शारदा के डाउन स्ट्रीम में खनन गेट का उद्घाटन किया। उन्होंने खनन से जुड़े विभागों को ईमानदारी के साथ कार्य करने और कारोबारियों से नियमानुसार खनिज की निकासी करने के लिए कहा। खनन प्रभारी हरीश पाल ने बताया कि शासन से प्रारंभिक तौर पर 1.80 लाख घन मीटर उपखनिज निकासी की अनुमति दी है, जो 15 दिन के अंदर बढ़कर पांच लाख घन मीटर तक हो सकती है। उन्होंने बताया कि तकनीकी बाधा के कारण इस बार भी अप स्ट्रीम में खनन की अनुमति नहीं मिल पाई है। इधर गेट खुलने के बाद भी पहले दिन वाहन नहीं चले। मां शारदा शक्तिमान ट्रक खनन समिति अध्यक्ष आनंद सिंह महर अन्नी का कहना है कि स्टोन क्रशर स्वामियों की हड़ताल के कारण बुधवार को खनिज निकासी नहीं की गई है। उन्होंने कहा कि जल्द ही रॉयल्टी की दर कम होने की उम्मीद है। इसके बावजूद शुक्रवार से खनिज निकासी शुरू कर दी जाएगी। उद्घाटन मौके पर शारदा रेंज के रेंजर महेश सिंह बिष्ट, वन निगम के अनुभाग अधिकारी पीसी पाटनी, लौगिंग सहायक लक्ष्मण सिंह भंडारी, यूनियन उपाध्यक्ष अमजद हुसैन, सचिव रविश गड़कोटी, उपसचिव दीपक सिंह महर, कादिर अली आदि थे।

खनन कारोबारियों ने की रॉयल्टी की दर कम करने की मांग
टनकपुर। खनन कारोबारियों ने रॉयल्टी की दर कम करने और नदी से खनिज सामग्री का वजन बढ़ाने की मांग की है। मां शारदा शक्तिमान ट्रक खनन समिति ने एसडीएम हिमांशु कफल्टिया और खनन प्रबंधक हरीश पाल को ज्ञापन सौंपा है। यूनियन ने कहा है कि शारदा खनन में रॉयल्टी की दरें बढ़ाने से खनिज सामग्री महंगी होगी और कारोबार पर इसका बुरा प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने कहा है कि खनिज ढोने वाले वाहनों की भार क्षमता 120 क्विंटल है, जबकि मोटर अधिनियम के तहत आठ प्रतिशत अंतर मान्य है। उन्होंने नदी से खनिज निकासी का भार 120 से बढ़ाकर 130 क्विंटल करने का आग्रह किया है।

