पुलिस कर्मियों के खेद जताने पर शांत हुए टनकपुर के पालिका कर्मी, काम पर लौटे
टनकपुर। मां पूर्णागिरि मेले के दौरान शहर में प्रवेश करने वाले वाहनों से पार्किंग शुल्क वसूलने के दौरान पुलिस कर्मियों द्वारा की गई अभद्रता व मारपीट किए जाने से भड़के पालिका कर्मी आज दोपहर बाद शांत हो गए। एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने दोनों पक्षों की बैठक बुला कर मामले को शांत कराया। बैठक के दौरान पुलिस कर्मियों ने गलतफहमी की वजह से गलती होने की बात कहते हुए घटना पर खेद जताया। इसके बाद पालिका कर्मी शाांत हो गए और कार्य पर लौट गए।
इससे पहले उनका कार्य बहिष्कार आज भी जारी रहा। पहले वे एसओ व एक पुलिस कर्मी के खिलाफ कार्रवाई की मांग को लेकर अड़े हुए थे। पालिका कर्मी शुक्रवार को एसओ व एक पुलिस कर्मी द्वारा अभद्रता व मारपीट किए जाने के विरोध में कार्यबहिष्कार पर चले गए। शुक्रवार को उन्होंने प्रदर्शन करते हुए कार्यबहिष्कार शुरू कर दिया था। शनिवार को भी उनका कार्यबहिष्कार जारी रहा। इस दौरान वक्ताओं ने पुलिस कर्मियों के साथ ही प्रभारी ईओ के खिलाफ भी खासा रोष जताया। उनका कहना था कि प्रभारी ईओ दो दिन से हड़ताल पर चल रहे कर्मचारियों की सुध लेने को भी नहीं पहुंचीं। शनिवार को दोपहर बाद एसडीएम हिमांशु कफल्टिया ने पालिका कर्मियों व पुलिस कर्मियों की बैठक बुलाई। एसडीएम की मध्यस्तता में आयोजित बैठक में पुलिस कर्मियों ने कहा कि श्रद्धालुओं की ओर से मिली सूचना के आधार पर उन्होंने कार्यवाही की। उन्होंने गलतफहमी की वजह से हुई कार्रवाई पर खेद जताया। इस पर पालिका कर्मी शांत हो गए और उन्होंने कार्यबहिष्कार समाप्त कर दिया। बैठक में विवाद को मुद्दा न बनाते हुए भविष्य में एक दूसरे के साथ मधुर संबंध बनाते हुए आपसी तालमेल स्थापित करते हुए वर्तमान में चल रहे माता पूर्णागिरि मेले को सफलतापूर्वक संचालित करने पर सहमति बनी। बैठक में पालिकाध्यक्ष विपिन कुमार वर्मा, प्रभारी ईओ खुशबू पांडे, प्रधान लिपिक बसंत राज़ चंद, विनोद बिष्ट, कर निरीक्षक प्रियंका रेखवाल, पालिका के अभियंता लक्ष्मण सिंह बोहरा, देवभूमि उत्तराखंड सफाई संघ अध्यक्ष कमलेश, शाखा मंत्री राम रतन, विशाल बाबू, उर्मिला देवी, मधुसूदन आदि मौजूद रहे। बताया जा रहा है कि शुक्रवार व शनिवार को पालिका कर्मियों के कार्यबहिष्कार के चलते नगरपालिका को करीब दो लाख रुपये का नुकसान हुआ है।