धामी के लॉलीपाप से पुलिस कर्मियों को नहीं राहत, भाजपा के लिए हो सकती है आफत
चम्पावत। धामी सरकार ने आचार संहित लगने के साथ ही 4600 ग्रेड पे की मांग कर रहे पुलिस कर्मियों के लिए दो लाख रुपये एकमुश्त देने का शासनादेश जारी कर वाहवाही लूटने का प्रयास किया था, लेकिन वह धामी सरकार के लिए उल्टा पड़ता नजर आ रहा है। सूत्रों के मुताबिक 2001 की भर्ती के पुलिस कर्मियों में धामी सरकार के इस फैसले से खुशी नहीं बल्कि उल्टा रोष पनप गया है। धामी सरकार की ओर से भले ही 2001 बैच के पुलिस कर्मियों के लिए दो लाख रुपये एकमुश्त देने की घोषणा का शासनादेश 7 जनवरी का जारी किया हुआ है, लेकिन माना जा रहा है कि यह आदेश बैक डेट में आचार संहिता लगने के बाद जारी किया गया है। पुलिस कर्मियों का कहना है कि वे 20 साल बाद भी 4600 ग्रेड पे पर राजी थे। सीएम पुष्कर सिंह धामी ने भी पुलिस शहीद दिवस पर इसकी घोषणा की थी कि वे 4600 ग्रेड का शासनादेश चुनाव आचार संहिता लगने से पहले जारी कर देंगे, लेकिन आज ग्रेड पे का आदेश जारी न होने पर पुलिस कर्मियों में खासा रोष है। पुलिस कर्मियों का कहना है कि उन्होंने दो लाख रुपये तो कभी मांगे ही नहीं, जो मांगा था उन्हें वो दिया जाना चाहिए था। मालूम हो कि पुलिस कर्मियों के परिजनों ने भी 4600 ग्रेड पे की मांग को लेकर खूब धरना प्रदर्शन किया था। आंदोलन को शांत करने के लिए तब उन्हें आशवसन दिया गया था, लेकिन आज सरकार की ओर से केवल दो लाख रुपये का लॉलीपॉप दिए जाने से पुलिस कर्मियों में खासी नाराजगी है। पुलिस कर्मी सोशल मीडिया के माध्यम से अपनी नाराज भी जाहिर कर रहे हैं। माना जा रहा है कि पुलिस कर्मियों में यह नाराज भाजपा को भारी पड़ सकती है। सूत्र तो यहां तक कह रहे हैं कि कई पुलिस कर्मियों ने सरकार के इस आदेश से नाराज होकर अपने इस्तीफे भी दे दिए हैं।