गुमदेश उपतहसील का संचालन हुआ शुरू, भेजे गए चार कर्मचारी

चम्पावत। सात साल एक महीने बाद बुधवार को शुरू हुई उप तहसील में एक दिन बाद काम शुरू हो गया। लोहाघाट एसडीएम रिंकू बिष्ट ने गुरुवार को चार कर्मचारी (दो पीआरडी जवान, एक-एक कनिष्ठ सहायक और कंप्यूटर ऑपरेटर) तैनात किए हैं। पहले दिन प्रमाणपत्र के लिए कोई आवेदन नहीं आया। सप्ताह में दो दिन तहसीलदार विजय गोस्वामी और शेष चार दिन वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी महेंद्र सिंह डसीला उपतहसील का संचालन करेंगे। तहसीलदार ने बताया कि गुमदेश उपतहसील में खाता खतौनी नकल, आय, जाति, स्थायी निवास प्रमाणपत्र, भूमि संबंधी सभी कार्य किए जाएंगे। एसडीएम ने बताया कि उप तहसील को दस (पुल्ला, मडलक, चौपता, जाख खिलपति, दुधपोखरा, खेड़ा, रौंसाल, डुंगराबोरा, दिगालीचौड़) पटवारी क्षेत्रों में बांटा गया है। तहसील के अंतर्गत क्षेत्र के 97 गांवों को शामिल किया गया है।

गुमदेश संघर्ष समिति ने जताया आभार
उप तहसील की सात साल पुरानी मांग के साकार होने से क्षेत्र के लोग गदगद हैं। उपतहसील की मांग के लिए संघर्ष करने वाली गुमदेश विकास संघर्ष समिति ने इसके लिए मुख्यमंत्री, विधायक और डीएम का आभार जताया है। समिति के अध्यक्ष माधो सिंह अधिकारी का कहना है कि उपतहसील के बनने से गुमदेश की 41 ग्राम पंचायतों की 35 हजार की आबादी को लाभ मिलेगी। जश्न मनाने वालों में नरसिंह धौनी, ओंकार सिंह धौनी, संतोक रावत, हरीश पंत, भुवन पांडेय, हुकुम सिंह, दीवान सिंह अधिकारी आदि शामिल थे।
