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लोग टनकपुर-चम्पावत आवाजाही को वैकल्पिक मार्गो का प्रयोग करें, एनएच को छोटे वाहनों के लिए शाम तक खोलने के हो रहे प्रयास: चम्पावत डीएम

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चम्पावत। जिले में बीती रात से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण से टनकपुर चम्पावत एनएच सहित जनपद के लगभग 20 मार्ग बंद हुए हैं। सड़क मार्गो को खोले जाने का कार्य लगातार किया जा रहा है। सड़क निर्माण संस्थाओं के अधिकारियों, कर्मचारियों द्वारा पूरी मशीनरी एवं मैन पावर के साथ मार्ग खोलने का कार्य सुरक्षात्मक तरीके से किया जा रहा है। चम्पावत टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग अंतर्गत स्वाला के पास राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह क्षतिग्रस्त हुवा है जिसे खोलने का कार्य गतिमान है और फिलहाल छोटे बड़े सभी वाहनों की आवाजाही बंद है। सायं तक छोटे वाहनों की आवाजाही हेतु मार्ग खोलने का हर संभव प्रयास किया जा रहा है। जिले के विभिन्न स्थानों चल्थी, मुड़ियानी, और पुल्ला में पेड़ों के गिरने से विद्युत लाइन क्षतिग्रस्त हुई हैं। जिन्हें रीस्टोर किए जाने का कार्य किया जा रहा है और शाम तक इन क्षेत्रों में विद्युत व्यवस्था सुचारू हो जायेगी। जनपद में पेयजल की व्यवस्था सुचारू है। कुछ स्थानों में पानी की आंशिक समस्या है, जो शीघ्र ही ठीक कर ली जाएगी। मैदानी क्षेत्रों बनबसा छीनीगोठ, मनिहारगोठ में पेड़ गिरे हैं जिन्हें हटाए जाने हेतु कार्य किया जा रहा है। मौके पर पुलिस, फायर सर्विस, प्रशासन की पूरी मशीनरी के साथ व्यवस्थाओं को दूरस्थ करने हेतु मौजूद है।
जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भंडारी ने सभी लोगों से अपील की है कि कोई भी व्यक्ति अनावश्यक यात्रा करने से बचें। टनकपुर-चम्पावत आवाजाही हेतु वैकल्पिक मार्गो का प्रयोग करें। उन्होंने सभी से अपील की है कि सुरक्षा की दृष्टि से सभी अपने घरों में ही रहें। उन्होंने अपील की है कि यदि आपके अपने घर के आसपास यदि किसी पहाड़ी/ चट्टान से भूस्खलन हो रहा हो या होने की संभावना हो तो तुरंत ही पड़ोस में किसी अन्य घर में शरण लें और आपदा संभावित क्षेत्र में न जाए। आपदा संबंधित सूचना से आपदा कंट्रोल रूम के नंबर 05965230819 या प्रशासन को इससे अवगत कराएं। जिससे कि किसी भी प्रकार की अनहोनी से बचा जा सकें। उन्होंने टनकपुर बनबसा क्षेत्रों में जल भराव की समस्या के निदान हेतु भी आवश्यक व्यवस्था के निर्देश संबंधित विभागों को दिए हैं। जिलाधिकारी ने ग्रामीण क्षेत्रों जल भराव या मलवे से हुए नुकसान के बारे में भी जानकारी देने के निर्देश राजस्व कृषि उद्यान आदि विभागों को दिए हैं।

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