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पूर्णागिरि में मां के दर्शनों के साथ आध्यात्मिक ज्ञान भी बढ़ाएंगे तीर्थयात्री, आध्यात्मिक पुस्तकालय का हुआ निर्माण

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अमित जोशी बिट्टू, टनकपुर सहयोगी।
उत्तर भारत के सुप्रसिद्ध धाम मां पूर्णागिरि के दर्शनों को आने वाले श्रद्धालु अब आध्यात्मिक ज्ञान भी हासिल कर सकेंगे। इसके लिए मेला संचालन समिति और मेला मजिस्ट्रेट उप जिलाधिकारी हिमांशु कफल्टिया की ओर से मेला क्षेत्र में भैरव मंदिर के समीप आध्यात्मिक पुस्तकालय स्थापित किया गया है। जिसका शुभारंभ 15 जून को मेला समापन की पूर्व संध्या पर किया जाएगा।
हर वर्ष मां पूर्णागिरि धाम में देश और विदेश के लाखों श्रद्धालुओं दर्शनों को पहुंचते हैं। इसको ध्यान में रखते हुए इस वर्ष सरकारी मेले के शुभारंभ से समापन तक श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मेला संचालन समिति द्वारा मेला मजिस्ट्रेट के निर्देशन में बेहतर सुविधाएं देने के प्रयास किए गए। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए इस वर्ष विशेष प्रयास कर बेहतर विद्युत व्यवस्था, पेयजल व्यवस्था, धर्माथ चिकित्सालय की स्थापना के साथ ही 300 से अधिक वाहनों की नई पार्किंग व्यवस्था (अगले वर्ष जिसकी क्षमता 1000 करने का प्रस्ताव है), अस्थाई रेन बसेरे, सफ़ाई व्यवस्था, मेला वालंटियर की तैनाती की गई।


इसी के साथ अब मेला समापन के दिवस पर भैरव मंदिर राजस्व उप निरीक्षक चौकी के करीब 5.50 लाख से बने पुस्तकालय भवन का शुभारंभ किया जाएगा। पुस्तकालय में आध्यात्मिक पुस्तकें वेद, श्रीमद्भगवद्गीता, पुराण उपनिषद, गीता प्रेस का साहित्य, अन्य धार्मिक पुस्तकों सहित 700 से अधिक पुस्तकें उपलब्ध होंगी। पुस्तकालय में पाठकों के लिए बिजली, पेयजल, फर्नीचर, अल्मारी आदि की व्यवस्था की गई है। चम्पावत जिले में नागरिक पुस्तकालय की आधारशिला रखने वाले मां पूर्णागिरि तहसील के उप जिला अधिकारी मेला मजिस्ट्रेट हिमांशु कफल्टिया की पहल पर इस आध्यात्मिक पुस्तकालय का निर्माण कार्य पूरा हो गया है। जिसका शुभारंभ 15 जून को मेला समापन की पूर्व संध्या पर होगा।

धर्म की सही समझ से बढ़ेगा सदभाव
मां पूर्णागिरी दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को देवी मां के दर्शन के साथ मां पूर्णागिरि धाम की पृष्ठभूमि, आध्यात्मिकता, इस क्षेत्र के भूगोल संबंधी जानकारी साझा करने के लिए पुस्तकालय का निर्माण किया गया है। अगले वर्ष इस पुस्तकालय में अन्य धर्मों की पुस्तकें भी रखी जाएंगी। आध्यात्मिक पुस्तकालय धर्म, आध्यात्म, परम्पराओं, मान्यताओं की समझ में मददगार होगा। वहीं सौहार्द, समरसता, सद्भाभाव को भी बढ़ाएगा। पुस्तकालय प्रत्येक दिवस में खुलेगा। उसकी देखरेख के लिए एक व्यक्ति की तैनाती की जाएगी।
किशन तिवारी, मां पूर्णागिरि मंदिर समिति अध्यक्ष

मेला संचालन समिति के सम्मुख मेला क्षेत्र या टनकपुर क्षेत्र के अंतर्गत योग एवं ध्यान केन्द्र खोलने का सुझाव प्रस्तुत किया गया है। मेला संचालन समिति का कहना है कि मेला समापन के बाद होने वाली बैठक में यह विचार रखा जाएगा। जिसके बाद भूमि, भवन, धन एकत्रित कर इस कार्य को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसी के साथ दो योग प्रशिक्षकों की तैनाती भी की जाएंगी।
हिमांशु कफल्टिया, उप जिलाधिकारी / मेला मजिस्ट्रेट, मां पूर्णागिरि तहसील टनकपुर