पूर्णागिरि मार्ग : बाटनागाड़ में 11 घंटे से अधिक बंद रहा मार्ग, किरौड़ा ने भी तीन घंटे राह रोकी
टनकपुर/चम्पावत। पहाड़ और क्षेत्र में भारी बारिश से नदी नालों के उफनाने का क्रम जारी है। पूर्णागिरि मार्ग पर बाटनागाड़ नाले के उफनाने से करीब 11 घंटे से अधिक बंद रहा। सड़कें मलबे से पट गईं। मार्ग पर ही सुबह तीन घंटे किरौड़ा नाले ने भी राह रोकी। इससे मार्ग पर लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ा। रुक- रुक कर हुई बारिश से जनजीवन प्रभावित रहा।
मालूम हो कि पूर्णागिरि मार्ग पर किरौडा नाला और बाटनागाड़ तेज बारिश होने ही उफान पर हैं। बीते दिनों किरौड़ा में मां पूर्णागिरि के श्रद्धालुओं से भरा वाहन बह गया था। हादसे में दो की मौत और एक नौ वर्षीय बालक बह गया, इसकी तलाश जारी है। सोमवार की रात भी दो बाइक सवार उफान में फंस गए। दोनों ने बाइक छोड़कर जान बचाई थी। बाटनागाड़ में भारी मलबा आने पर लोनिवि की पोकलेन और जेसीबी मलबा हटाने के लिए तैनात हैं। लोनिवि के अनुसार मंगलवार रात बारिश से पूर्णागिरि मार्ग पर बाटनगाड़ के उफान में आने से भारी मलबा सड़क पर आ गया। इससे पूर्णागिरि मार्ग पर आवाजाही ठप हो गई। बुधवार सुबह से ही लोनिवि की जेसीबी मलबा हटाने में जुटी। सुबह करीब 11 बजे मार्ग खोला जा सका। इस बीच सुबह छह से आठ बजे तक पूर्णागिरि मार्ग पर ही किरौड़ा के उफान पर आने से मार्ग बंद रहा। एसडीएम आकाश जोशी ने बताया कि बरसात को देखते हुए नदी नालों के किनारे के लोगों को निरंतर आगाह किया जा रहा है।