काशीपुर भाजपा में मचा घमासान, प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर नेताओं ने दिया सामूहिक इस्तीफा
भाजपा आलाकमान द्वारा विधायक हरभजन सिंह चीमा के पुत्र त्रिलोक सिंह चीमा को टिकट दिये जाने को लेकर काशीपुर भाजपा में घमासान छिड़ गया है। प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर काशीपुर भाजपा के आला नेताओं ने एक बैठक कर भाजपा के पदों से सामूहिक इस्तीफा दे दिया है। मालूम हो कि भारतीय जनता पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं की दावेदारी को दरकिनार कर विधायक चीमा के पुत्र को काशीपुर विधानसभा से टिकट दे दिया गया। जिसके बाद भाजपा में बगावत के सुर उठ खड़े हुए हैं। नगर के वरिष्ठ नेताओं ने आपात बैठक आयोजित कर अपने-अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
विधायक हरभजन सिंह चीमा 4 बार से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़कर काशीपुर से विधायक हैं। अब उनकी उम्र 75 के पार हो चुकी है। भाजपा का अकाली दल से गठबंधन भी टूट चुका है। इस कारण स्थानीय भाजपा नेताओं को उम्मीद थी कि इस बार पार्टी भाजपा के ही किसी वरिष्ठ पदाधिकारी को टिकट देगी। इसलिए इस बार राम मेहरोत्रा, मेयर उषा चौधरी, चौधरी खिलेंद्र सिंह, प्रदेश मंत्री आशीष गुप्ता, पार्षद गुरविंदर सिंह चण्डोक सहित कई पदाधिकारियों ने टिकट के लिए दावेदारी पेश की थी, लेकिन पार्टी आलाकमान ने इन सभी की दावेदारी को नकारते हुए विधायक हरभजन सिंह चीमा के पुत्र त्रिलोक सिंह चीमा को प्रत्याशी घोषित कर दिया।
मालूम हो कि विधायक हरभजन सिंह चीमा के पुत्र का कोई राजनीतिक जीवन नहीं रहा है। उन्हें कुछ समय पूर्व ही उनके पिता ने भाजपा में शामिल करवाकर अपना उत्तराधिकारी घोषित किया था। चीमा अपने पुत्र को भाजपा से टिकट दिलवाने में भी कामयाब हो गये, लेकिन आलाकमान के इस निर्णय से भाजपा के जमीनी कार्यकर्ताओं के दिल को धक्का लगा और उन्होंने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है।
इसी को लेकर बाजपुर रोड स्थित एक होटल के सभागार में भाजपा के तमाम दावेदारों व पदाधिकारियों की एक आवश्यक बैठक आहूत की गयी। बैठक में राय शुमारी के बाद उन्होंने प्रत्याशी बदलने की मांग को लेकर अपने-अपने पदों से इस्तीफा देने का निर्णय लिया है। बैठक में मेयर उषा चौधरी, चिकित्सा प्रकोष्ठ के डॉ.गिरीश तिवारी, प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य राम मेहरोत्रा, प्रदेश मंत्री आशीष गुप्ता, महानगर अध्यक्ष मोहन बिष्ट, जिला उपाध्यक्ष गुरविंदर सिंह चंडोक, भाजयुमो के जिलाध्यक्ष सर्वजीत सिंह, गुरबख्श सिंह बग्गा सहित तमाम भाजपाई शामिल रहे। बताया जा रहा है कि टिकट बदलने की मांग को लेकर 400 से अधिक पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने इस्तीफा दिया है। अब देखना होगा कि भाजपा आकाकमान का इस दबाव का कोई असर होता है या नहीं …