पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनेगा सिप्टी का वाटर फॉल, डीएम ने धानकेश्वर धुद्रकुंड का भी निरीक्षण किया
चम्पावत। सिप्टी वाटरफॉल में पर्यटन गतिविधियां बढ़ाए जाने को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा की गई घोषणा को अमलीजामा पहनाने के लिए प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है। डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी ने सिप्टी वाटर फॉल का स्थलीय निरीक्षण किया। डीएम ने गौड़ी स्थित धानकेश्वर धुद्रकुंड में भी पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने की संभावनाएं तलाशीं।
सिप्टी वाटरफॉल के निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर इस प्राकृतिक झरने की प्रशंसा करते हुए कहा कि यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। इसी को देखते हुए मुख्यमंत्री द्वारा इसके विकास की घोषणा की गई। उन्होंने कहा कि निकट भविष्य में अनेक पर्यटक यहां वाटरफॉल का लुत्फ लेने आएंगे। जिलाधिकारी ने कहा कि इस पर्यटन स्थल तक अधिक से अधिक पर्यटक कैसे पहुंचें, इसके लिए यहां मूलभूत सुविधाएं बढ़ाए जाने हेतु कार्य किया जा रहा है। इसी को लेकर स्थलीय निरीक्षण किया गया। उन्होंने अवगत कराया कि वर्तमान में इसके सौंदर्यीकरण हेतु 96 लाख का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। क्षेत्र में पर्यटन की दृष्टि से अतिरिक्त जो कार्य किए जाने की आवश्यकता है, उसे डीपीआर में सम्मिलित किया जाएगा।
गौड़ी स्थित धुद्रकुंड के स्थलीय निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि धार्मिक पर्यटन के रूप में यह एक महत्वपूर्ण स्थल है। जिसका सौंदर्यकरण का कार्य भी कराया जाएगा। इसके लिए उन्होंने जिला पर्यटन अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि जनपद में पर्यटन के क्षेत्र में अपार संभावना के मद्देनजर पर्यटन से संबंधित विभिन्न गतिविधियों को लगातार बढ़ाया जा रहा है। जिस हेतु जनपद स्तर पर जहां एक ओर विभिन्न पर्यटन क्षेत्रों को विकसित करने उनके सुधारीकरण एवं सौंदर्यीकरण कार्य कराए जा रहे है। वहीं इन क्षेत्रों में पर्यटन विकास की डीपीआर तैयार कर शासन को भी भेजी जा रही है और उसके अनुरूप कार्य भी किए जा रहे हैं।