टनकपुर: सरस मेले में उचित सम्मान न मिलने से खिन्न हैं लोकगायक बीके सामंत, किया ये ऐलान

टनकपुर। ‘थल कि बजारौ‘ कुमाऊंनी गीत से अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने वाले लोकप्रिय गायक बीके सामंत मुंबई से टनकपुर में आयोजित सरस आजीविका मेले में पहुंचे और अपने शानदार सुपर हिट गीतों का जलवा बिखेरा, लेकिन वे वहां की व्यवस्थाओ से खासे खिन्न नजर आए। उन्होंने नगर के एक होटल में प्रेस कांफ्रेस कर अपनी नाराजगी व्यक्त की। जिला प्रशासन की इस तरह की व्यवथाओ से खिन्न प्रसिद्ध कुमाऊनी गायक सामंत ने चम्पावत में आगे से आयोजित होने वाले अन्य कार्यक्रम में शिरकत न करने की बात कहीं।

थल की बाजार फेम गायक बीके सामंत ने पत्रकार वार्ता करते हुए कहा कि वह मुंबई से आयोजन मंडल के आमंत्रण पर अपने गृह जनपद चम्पावत में सरस मेले में प्रतिभाग करने आए थे, लेकिन आयोजन समिति द्वारा रहने की उचित व्यवस्था की गई थी। मंच पर नवोदित कलाकारों को म्युजिक इंस्ट्रूमेंट बजाने के लिए बैठाया गया था। उन्होंने कहा की कलाकार को अपनी प्रफोमेंस से पहले सही माहौल नहीं मिलेगा तो वह आखिर कैसे अपनी प्रस्तुति देगा। इसके साथ ही उन्होंने मंच पर एक कलाकार के रूप में सम्मान ना मिलने की प्रेस वार्ता के दौरान बात कही।
बीके सामंत ने कहा कि चम्पावत उनका गृह जनपद है। इसलिए उन्होंने सरस मेले में आने जाने के खर्च के अलावा कोई एक्स्ट्रा फीस ऑफर नहीं की थी, लेकिन इस सब के बावजूद भी अगर उन्हें अपने ही गृह जनपद में वह सम्मान नहीं मिलता है जो एक कलाकार को मिलना चाहिए, तो आगे से वह चम्पावत जिले के अन्य कार्यक्रमों में आने से बचेंगे। उन्होंने चम्पावत जिला प्रशासन से भी मांग है कि आगे से जो भी जिले में कार्यक्रम आयोजित किए जाएं, कलाकारों के सम्मान का पहले विशेष ध्यान रखा जाए।
