भूस्खलन के चलते करीब पांच घंटे बंद रहा टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग
चम्पावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग बुधवार को करीब पांच घंटे बंद रहा। तीन जगह मलबा आने से वाहनों की आवाजाही ठप रही। इस कारण वाहनों की लंबी कतार लग गई। सैकड़ों यात्रियों को परेशानी झेलनी पड़ी। उधर सड़क बंद रहने तक टनकपुर से पहाड़ की ओर आने वाले वाहनों को टनकपुर-ककरालीगेट में रोक दिया गया।
मंगलवार रात हुई बारिश से टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग सुबह पांच बजे से बंद हो गया। स्वांला और अमोड़ी में आए मलबे को हटाने में चार घंटे से अधिक का समय लग गया। सुबह 9:10 बजे वाहनों की आवाजाही सुचारू हुई। इसके बाद दोपहर दो बजे फिर से स्वांला में पहाड़ी से मलबा गिरने से सड़क बंद हो गई। इसे 35 मिनट में हटाकर आवाजाही फिर से शुरू की गई।
बाटनागाड़ के मलबे ने तीन घंटे बाधित रखा पूर्णागिरि मार्ग
टनकपुर। बाटनागाड़ में मलबा आने से पूर्णागिरि धाम मार्ग सुबह करीब तीन घंटे बंद रहा। वहीं किरोड़ा नाले के उफान से शाम को भी मार्ग करीब एक घंटे बाधित रहा। मंगलवार की रात हुई मूसलाधार बारिश से बाटनागाड़ में मलबा आने से रात में ही मार्ग बंद हो गया था। लोनिवि के सहायक अभियंता लक्ष्मण सिंह सामंत ने बताया कि जेसीबी और पोकलेन से मलबा हटाकर सुबह नौ बजे मार्ग सुचारू किया गया। इधर दोपहर बाद फिर हुई मूसलाधार बारिश से उफनाए किरोड़ा ने भी शाम के वक्त करीब डेढ़ घंटे मार्ग बाधित रखा। जिससे पूर्णागिरि मार्ग के गांवों को टनकपुर से सड़क संपर्क कटा रहा।