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तीन दिन बाद भी नहीं खुला टनकपुर-पिथौरागढ़ एनएच, व्यापारियों व लोगों में बढ़ने लगा आक्रोश

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ट्रीटमेंट के नाम पर करोड़ों रुपये खर्च करने के बाद भी डेंजर जोन स्वांला में जस के तस बने हैं हालात

चम्पावत व लोहाघाट के साथ ही पिथौरागढ़ के व्यापारियों को हो चुका है लाखों का नुकसान

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चम्पावत। टनकपुर-पिथौरागढ़ ऑल वैदर सड़क स्वांला में पिछले तीन दिनों से बंद पड़ी हुई। जिस कारण यातायात पूरी तरह ठप है। प्रशासन द्वारा बड़े वाहनों को बाया हल्द्वानी तथा छोटे वाहनों को बाया सिफ्टी संचालित किया जा रहा है। जिस कारण यात्रियों को बाया हल्द्वानी 200 किलोमीटर की अतिरिक्त दूरी व अतिरिक्त किराया देकर यात्रा करनी पड़ रही है। ऑल वैदर सड़क के लगातार तीन दिन से बंद होने के कारण क्षेत्र के व्यापारियों व जनता में एनएच व प्रशासन के खिलाफ भारी आक्रोश पनप रहा है।

व्यापारियों ने कहा है कि ऑल वैदर सड़क के बंद होने के कारण उन्हें लाखों रुपये का आर्थिक नुकसान हो चुका है। अरबों रुपये की लागत से बनी ऑल वैदर सड़क जनता को सुरक्षित यातायात देने में बरसात में नाकाम साबित हो रही है। जबकि सड़क मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में आती है। बावजूद इसके लोग बरसात में इस सड़क पर यात्रा नहीं कर पा रहे हैं। ऑल वैदर सड़क के बंद होने से यात्रियों व जनता को काफी कठिनाइयों उठानी पड़ रही हैं। व्यापारियों ने भी कहा पिछले वर्ष भी ऑल वैदर सड़क पूरे 16 दिन बंद रही थी, जिस कारण उन्हें भारी नुकसान उठाना पड़ा था। इस वर्ष भी सड़क बरसात में लगातार बंद चल रही है। व्यापारियों ने एनएच की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा चार पांच वर्ष बीत जाने के बावजूद एनएच के पास स्वांला डेंजर जोन का कोई ट्रीटमेंट प्लान नहीं है। बस अधिकारी बदलते रहे हैं।

ट्रीटमेंट के नाम पर विभाग अब तक करोड़ों रुपये फूंक चुका है। स्थिति आज भी जस की तस बनी हुई है। अरबों रुपये से बनी सड़क में लोग यात्रा नहीं कर पा रहे हैं। जरूरी वस्तुएं चम्पावत व लोहाघाट के साथ ही पिथौरागढ़ जिले में नहीं पहुंच पा रही हैं। ट्रांसपोर्टरों को भारी नुकसान हो चुका है। वहीं लोगों ने अब स्वाला में पुल बनाने या नई सड़क काटने की मांग शासन प्रशासन से की है। कहा शासन प्रशासन ने पिछले वर्ष से भी सबक नहीं लिया। अब ऑल वैदर सड़क को लेकर जनता में भारी आक्रोश देखने में नजर आ रहा है। भाजपा विधायक बिशन सिंह चुफाल व पूर्व भाजपा विधायक पूरन सिंह फर्त्याल भी एनएच की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा चुके हैं। विभाग पर भ्रष्टाचार व लापरवाही के आरोप भी उनके द्वारा लगाया गए हैं। एनएच पर अगर जल्द यातायात सुचारू नहीं हुआ तो शासन प्रशासन को जनता का आक्रोश झेलना पड़ सकता है।

—— इनसेट ———

मलवा आने से चार घंटे बंद रहा सिप्टी-पाली-घुरचुम-छतकोट मार्ग
चम्पावत। स्वाला डेंजर जोन में आए भारी मलवे के बाद टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के वैकल्पिक मार्ग के रूप में प्रयुक्त हो रहा सिप्टी-पाली-घुरचुम-छतकोट मार्ग भी मलवा आने के चलते रविवार को करीब 4 घंटे बंद रहा। मलवा छतकोट के पास आया था। जिसके चलते मार्ग सुबह 10.25 बजे बंद हो गया था। प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के चम्पावत खंड ने मलवा हटा इस मार्ग को करीब सवा दो बजे सुचारू कराया। पीएमजीएसवाई के चम्पावत खंड के अधिशासी अभियंता टीएन बिष्ट का कहना है कि मलवा हटाने के बाद मार्ग खुल गया है और हल्के वाहनों का आवागमन फिर से संचालित हो गया है।

स्वांला के पास मलवा आने की वजह से टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग 29 अगस्त सुबह से बंद है। तीसरे दिन 31 अगस्त की दोपहर तक यह मार्ग खुल नहीं सका। इस दौरान 29 अगस्त को सिर्फ 25 मिनट (अपरान्ह 4.20 से 4.45 बजे तक) यह मार्ग छोटे वाहनों के लिए खुल सका था। एनएच खंड के अधिशासी अभियंता दीपक कुमार जोशी का कहना है कि मलबा साफ कर एनएच को सुचारू करने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। बीच-बीच में आ रहा मलबा और बारिश की वजह से काम में व्यवधान भी आ रहा है। एनएच के बंद होने पर टनकपुर-चम्पावत के बीच वैकल्पिक रूट के रूप में अमोड़ी-छतकोट-घुरचुम-पाली-सिप्टी मार्ग से हल्के वाहनों का उपयोग किया जा रहा है।