बाराकोट में 3 साल से कूड़ेदान में रह रही विक्षिप्त महिला को प्रशासन ने किया परिजनों को सुुपुर्द, लड़ीधूरा मंदिर समिति अध्यक्ष नगेन्द्र जोशी निभाई अहम भूमिका
बाराकोट/चम्पावत। बाराकोट में विगत 3 वर्षों से कूड़ेदान में रह रही विक्षिप्त महिला को प्रशासन की टीम ने उसके परिजनों को सुपुर्द कर दिया। गत बुधवार 18 दिसंबर को 1:00 प्रशासन की टीम तहसीलदार बाराकोट हरीश नाथ गोस्वामी के नेतृत्व में बाराकोट पहुंची। दल में राजस्व निरीक्षक छतर सिंह बोहरा, राजस्व उप निरीक्षक दीपक बोहरा, गोविंद बल्लभ, अनुज उप्रेती, महिला पीआरडी जवान ममता कालाकोटी मौजूद थीं।
बताया गया है कि प्रशासन की टीम को देखते ही महिला खेतों की तरफ भाग गई तथा किसी भी तरह अपने परिजनों के पास जाने को राजी नहीं हुई। तब बमुश्किल लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच के नगेंद्र जोशी ने मध्यस्थता करते हुए विक्षिप्त महिला को परिजनों के पास जाने को राजी किया तथा प्रशासन की टीम के साथ उसे उसके घर भेजा। विक्षिप्त महिला के जेठ एवं अन्य परिजनों के सुपुर्द किया गया। ज्ञात हो कि कूड़ादन में रहने से पूर्व कोरोना काल मे यही महिला तहसील कार्यालय के निकट लिंक रोड में बने कलवट में रहती थी। तब नागेंद्र जोशी ने प्रशासन के संज्ञान में लाते हुए उसे रेस्क्यू किया था। 18 दिसंबर को महिला को रेस्क्यू करने में योगेश चंद्र जोशी, सूरज बिष्ट, नमन जोशी, गुड्डू वर्मा, आनंद राम कालाकोटी, शौरव नाथ, शुभम नाथ ने सहयोग किया।