चम्पावत में बन रहे हाई-टेक साइंस सेंटर का जिलाधिकारी ने किया स्थलीय निरीक्षण, दिए गुणवत्ता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के निर्देश
चम्पावत। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की ‘आदर्श चम्पावत’ की परिकल्पना के तहत गौड़ी रोड पर निर्माणाधीन हाई-टेक साइंस सेंटर का गुरुवार को डीएम मनीष कुमार ने स्थलीय निरीक्षण कर कार्यों की प्रगति की समीक्षा की। इस दौरान जिलाधिकारी ने निर्माणाधीन भवनों, वैज्ञानिक गैलरियों और प्रशिक्षण सुविधाओं का विस्तार से अवलोकन करते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्य की गुणवत्ता, सुरक्षा और समयबद्धता सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रस्तावित चार मंजिला साइंस कैंप फैसिलिटी का निरीक्षण किया, जिसमें 40 बच्चों की क्षमता वाला छात्रावास तथा स्टाफ क्वार्टर प्रस्तावित हैं। साथ ही, कॉमन फैसिलिटी ब्लॉक में टिकट काउंटर एवं सॉवेनियर शॉप की स्थिति की भी समीक्षा की।

डीएम ने ऑडिटोरियम ब्लॉक में प्रस्तावित स्टाफ ऑफिस, कॉन्फ्रेंस/मीटिंग हॉल तथा डेवलपमेंट हॉल की प्रगति की जानकारी ली। बताया गया कि इसके अतिरिक्त निर्माणाधीन दो मंजिला साइंस गैलरी ब्लॉक में बच्चों के लिए ‘फन साइंस गैलरी’, अस्थायी प्रदर्शनी कक्ष, विज्ञान गैलरी, कृषि गैलरी सहित प्रशिक्षण हॉल और एस्ट्रोनॉमी गैलरी जैसी आधुनिक सुविधाएं विकसित की जा रही हैं।


जिलाधिकारी निर्माणाधीन प्लैनेटोरियम और एस्ट्रोनॉमी गैलरी का भी निरीक्षण किया, जिसमें वीडियो/फिल्म हॉल प्रस्तावित है, जहां खगोलीय विषयों पर आधारित फिल्में और प्रस्तुतियां प्रदर्शित की जाएंगी। उन्होंने पार्किंग, पाथवे और संपर्क मार्गों की प्रगति की भी समीक्षा की तथा निर्देश दिए कि सभी निर्माण सामग्रियों की नियमित रूप से सैंपलिंग व प्रमाणित प्रयोगशाला से टेस्टिंग कराई जाए। प्रयुक्त सरिया की टेंसाइल स्ट्रेंथ की जांच सुनिश्चित की जाए, बाउंड्री वाल में आवश्यकतानुसार इमरजेंसी गेट व एक्सिट प्वाइंट निर्धारित किए जाएं और निर्माण स्थल पर कार्य कर रहे श्रमिकों की सुरक्षा के लिए हेलमेट, जूते आदि सुरक्षा उपकरणों की पूर्ण व्यवस्था की जाए। साथ ही समस्त कार्य निर्माण मानकों, इंजीनियरिंग दिशानिर्देशों और सुरक्षा मानकों के अनुरूप होने चाहिए।

निरीक्षण के दौरान जिलाधिकारी ने यह भी निर्देशित किया कि साइंस सेंटर निर्माण कार्य के दौरान पर्यावरणीय संतुलन का विशेष ध्यान रखा जाए। अनावश्यक रूप से किसी भी पेड़ की कटाई न की जाए और यदि अत्यावश्यक स्थिति में कोई पेड़ हटाना पड़े तो उसके स्थान पर समुचित संख्या में पौधारोपण अनिवार्य रूप से किया जाए। उन्होंने कहा कि विकास कार्यों के साथ-साथ प्रकृति और हरियाली की रक्षा हमारी साझा जिम्मेदारी है। जिलाधिकारी ने कहा कि यह साइंस सेंटर भविष्य में चम्पावत के विद्यार्थियों, शोधकर्ताओं और विज्ञान प्रेमियों के लिए एक प्रेरणादायक व ज्ञानवर्धक केंद्र बनेगा, जो न केवल विज्ञान शिक्षा को नई दिशा देगा बल्कि जनपद को शैक्षिक एवं वैज्ञानिक क्षेत्र में एक नई पहचान भी प्रदान करेगा। निरीक्षण के दौरान जिला विकास अधिकारी दिनेश सिंह दिगारी, ईई लोनिवि एमसी पलड़िया सहित अन्य उपस्थित रहे।

