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उत्तराखंड : राम मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ का दान देने वाले बाबा की कुटिया वन विभाग ने ध्वस्त की, हाईकोर्ट के आदेश का दिया हवाला, टाट वाले बाबा बैठे आमरण अनशन पर

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ऋषिकेश। अपनी जीवन भर की पूंजी एक करोड़ रुपए राम मंदिर निर्माण के लिए दान करने वाले बाबा की कुटिया को वन विभाग ने अतिक्रमण अभियान के तहत ध्वस्त कर दिया। विरोध में बाबा आमरण अनशन पर बैठ गए हैं। उधर वन विभाग ने इसे हाईकोर्ट के आदेश पर की गई कार्रवाई बताया है।

जानकारी के अनुसार ऋषिकेश के गौहरी वन रेंज में स्वामी शंकरदास महाराज उर्फ टाट वाले बाबा कुटिया बनाकर पिछले कई दशकों से रह रहे थे। टाट वाले बाबा तब चर्चा में आये थे जब उन्होंने श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र में राम मंदिर निर्माण के लिए एक करोड़ रुपए उन्होंने दान किये थे। वह एक गुफा में रहते थे। गुफा के बाहर टीनशेड को राजाजी टाइगर रिजर्व प्रशासन ने तोड़ दिया है। कार्रवाई के विरोध में टाट वाले बाबा आमरण-अनशन पर बैठ गए हैं। उन्होंने कार्रवाई को नाजायज बताया है। बीते रोज पार्क की गौहरी रेंज के वन अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए टीनशेड तोड़ना शुरू किया, तो टाट वाले बाबा ने इसका विरोध किया। बावजूद, पार्क कर्मियों ने उनकी एक नहीं सुनी। कार्रवाई को जारी रखते हुए वनकर्मियों ने टीन शेड को ध्वस्त कर दिया।

उधर टाट वाले बाबा स्वामी शंकर दास महाराज ने दावा किया कि वह 65 वर्षों से भी अधिक समय से यहां रह रहे हैं। सर्वोच्च न्यायालय से उन्हें वनवासी का दर्जा भी हासिल है। बरसात में गुफा में पानी का रिसाव होता है, जिसके चलते हर साल मानसून में वह टीनशेड में शरण लेते हैं। यहां कोई पक्का निर्माण भी नहीं किया गया है और न ही कोई अन्य गतिविधियां संचालित की जा रही हैं। बाबा का कहना है कि पार्क प्रशासन जब तक उन्हें दोबारा टीनशेड बनाकर नहीं देता है, तब तक वह भूखे-प्यासे यहीं बैठे रहेंगे। उधर पार्क निदेशक साकेत बडोला का कहना है कि यह कार्रवाई हाईकोर्ट के वन भूमि पर अतिक्रमण हटाने के आदेश के तहत की गई है। बाबा इस संबंध में कोर्ट का कोई आदेश नहीं दिखा पाये।