एसटीएफ की गिरफ्त में आया लोहाघाट का शिक्षक दस साल पहले भी पेपर लीक मामले में दबोचा गया था
चम्पावत। यूकेएसएसएससी पेपर लीक मामले में एसटीएफ ने लोहाघाट के जिस आरोपी शिक्षक को शनिवार को हिरासत में लिया है, उस पर पहले भी इस तरह की करतूतों में शामिल होने का आरोप लगा है। वर्ष 2012-2013 में भी इस शिक्षक को नैनीताल पुलिस ने हल्द्वानी के एक होटल से पेपर लीक मामले में संदिग्ध भूमिका के चलते दबोचा था। बाद में सबूत नहीं मिलने पर उसे छोड़ दिया गया था। शिक्षक मूल रूप से नैनीताल जिले के ओखलकांडा का रहने वाला बताया जा रहा है।
मौखिक होता था पेपर लीक करने का काम!
चम्पावत। पेपर लीक कराने में आरोपी बेहद शातिराना ढंग से काम को अंजाम देता था। सूत्र बताते हैं कि पेपर लीक करने के बावजूद सबूत नहीं छोड़ा जाता था। प्रश्नपत्र की जानकारी देने में किसी भी तरह की हार्ड कॉपी या साक्ष्य का उपयोग नहीं किया जाता था। पेपर लीक करने के सारे काम को मौखिक अंजाम दिया गया। सूत्रों के मुताबिक परीक्षा के अभ्यर्थियों या उनके परिजनों से संपर्क साधा जाता था जो अभ्यर्थी इसके लिए तैयार होते थेए उन्हें एजेंट के जरिए वाहन से ले जाया जाता। कई बार बीच में वाहन और एजेंट भी बदल दिए जाते थे। पेपर होने से कुछ घंटे पहले अभ्यर्थियों को होटल ले जाया जाता जहां फोन से प्रश्न और उत्तर बताए जाते। इसके बाद ऐसे अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्रों तक पहुंचाया जाता था।