क्राइमजनपद चम्पावत

मोबाइल टावर लगाने के नाम पर ठगी करने वाला शातिर दबोचा गया, चम्पावत की महिला से ठगे थे 5.35 लाख

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चम्पावत। पुलिस ने मोबाइल टावर लगाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह के सरगना को बिहार के पूर्वी चंपारण जिले से गिरफ्तार किया है। ठगी के इस मामले में एक सह आरोपी पहले ही दबोचा जा चुका है। एसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया है कि इस साल जनवरी में ग्राम डड़ा बिष्ट निवासी चेतन नेगी की बहन ज्योति से मोबाइल टावर लगाने के लिए जमानत के रूप में 5.35 लाख रुपये की ठगी हुई। ज्योति नेगी ने 23 जनवरी को पुलिस को तहरीर दी। इसमें बताया गया कि टावर लगाने संबंधी विज्ञापन के बाद संपर्क करने पर ये राशि यूपीआई के जरिये जमा कराई गई थी, लेकिन रुपये जमा करने के बाद लंबे समय तक न तो टावर लगा और न ही उनके रुपये लौटाए गए। कोतवाली में 23 जनवरी को मुकदमा दर्ज करने के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी। चल्थी चौकी प्रभारी हेमंत कठैत के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया। साइबर प्रकोष्ठ ने सर्विलांस और मुखबिर की सूचना पर मुख्य आरोपी सोनू निवासी गोविंदपुर, पूर्वी चंपारण बिहार से दबोचा गया। इससे पूर्व 15 जून को इसी मामले में सह आरोपी सोनू निवासी मंगलौर जिला हरिद्वार को पकड़ा गया था। एसपी लोकेश्वर सिंह ने बताया कि साइबर ठगी के मामले में दबोचा गया सोनू का गैंग कई राज्यों में फैला है। गैंग के सदस्य मोबाइल फोन के जरिये लोगों से बैंक में खाता खुलवाकर मोबाइल टावर लगाने के नाम पर ठगी करते हैं। आरोपियों का पूर्व आपराधिक इतिहास का पता लगाने का प्रयास भी किया जा रहा है।