चम्पावत के खनन प्रभावित गांवों की सुविधाओं में होगा इजाफा, डीएम ने बैठक लेकर संबंधित विभागों को प्रस्ताव बनाने के दिए निर्देश
चम्पावत। जिला खनिज फाउण्डेशन न्यास की जिला प्रबन्धन समिति की बैठक मंगलवार को जिलाधिकारी नरेन्द्र सिंह भण्डारी की अध्यक्षता में जिला कार्यालय सभागार में सम्पन्न हुई। बैठक में जिले में खनन प्रभावित अधिसूचित 16 गाँवों व क्षेत्रों में खनिज फाउन्डेशन न्यास निधि से सम्पन्न कराए जाने वाले विभिन्न, विकास संबंधित कार्यों व कल्याणकारी परियोजनाओं पर विभागवार चर्चा की गई। चर्चा के दौरान जिलाधिकारी ने कहा कि वर्तमान में अधिसूचित खनन प्रभावित गांवों व क्षेत्रों का विकास खण्ड स्तर पर खण्ड विकास अधिकारी के नेतृत्व में विभिन्न विभागों जिसमें शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, सिंचाई, पेयजल, विद्युत, कृषि, उद्यान, जिला पंचायत, उरेडा आदि विभाग
की टीम तैयार कर एक सप्ताह का रोस्टर तैयार कर अधिसूचित सभी 16 गांवों का सर्वे करते हुए कार्यदाई संस्था से 10 दिन के भीतर प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करने के निर्देश मुख्य विकास अधिकारी को दिए।
जिलाधिकारी ने कहा कि इन सभी 16 खनन प्रभावित गांवों में खनन न्यास निधि से विकास कार्य कराने के साथ ही ग्रामीणों को मूल भूत सुविधाएं मुहय्या कराई जाएंगी। जिलाधिकारी ने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर किए जाने हेतु चिकित्सा विशेषज्ञ भी खनिज न्यास निधि से रखे जाएंगे। जिसमें कार्डियोलॉजिस्ट एवं इएनटी विशेषज्ञ की तैनाती हेतु उन्होंने खनन विभाग तथा स्वास्थ्य विभाग को शीघ्र विज्ञप्ति जारी करने के निर्देश दिए। इसके अतिरिक्त टनकपुर चिकित्सालय में रैनबसेरा का भी निर्माण कराए जाने हेतु भी ग्रामीण निर्माण विभाग को प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी ने कहा कि मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि जिले के खनिज प्रभावित इन 16 गांवों में बेहतर स्वास्थ सुविधाएं उपलब्ध कराए जाने हेतु प्रस्ताव तैयार करें।
उन्होंने इन गाँवों के 21 विद्यालय जिन्हें चिह्नित किया गया है उनमें स्मार्ट कक्षाओं के संचालन के अतिरिक्त विद्यालय भवन के सुद्धीकरण व आवश्यक सुविधाएँ बढ़ाए जाने हेतु जिला शिक्षा अधिकारी को निर्देश
दिये। जिलाधिकारी ने कहा कि खनन प्रभावित जिन गांवों व तोकों में सड़क निर्माण एवं सुधारीकरण की आवश्यकता है सड़क निर्माण विभाग इनके प्रस्ताव तैयार करें। बाल विकास विभाग इन गांवों में आंगनबाड़ी केन्द्रों के भवनों का निर्माण व मरम्मत के प्रस्ताव एक सप्ताह में तैयार करें। जिलाधिकारी ने जिला उद्यान अधिकारी को निर्देश दिये कि जनपद में उद्यान विभाग की वर्तमान में जो पाँच उद्यान हैं उनमें फल पौध उत्पादन जैसे कार्य करने हेतु प्रस्ताव तैयार करें। जिलाधिकारी ने कहा कि इन गाँवो में औद्यानिकी विकास एवं स्वरोजगार के क्षेत्र में खनिज न्यास की धनराशि से कार्य किए जाएंगे जिससे स्थानीय कास्तकारों को लाभ प्रदान होगा। उन्होंने विद्युत विभाग को भी सर्वे कर विद्युत व्यवस्था उपलब्ध कराने, उरेडा को इन गाँवों में सोलर स्ट्रीट लाईट लगाए जाने हेतु प्रस्ताव तैयार करने पेयजल विभाग को सोलर हैंडपंप तथा सिंचाई विभाग को सोलर पम्पिंग सिंचाई योजना के प्रस्ताव तैयार करने के निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने बैठक में सम्बन्धित विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिये कि वह एक सप्ताह में इन सभी गाँवो का सर्वे कर जो भी आवश्यकीय कार्य कराए जाते हैं उनके प्रस्ताव तैयार कर प्रस्तुत करें। तथा संबंधित ग्राम प्रधान से भी इस संबंध में प्रस्तावों पर चर्चा करें। बैठक में जिला खान अधिकारी रवि नेगी ने अवगत कराया कि जिले में वर्तमान 16 खनिज प्रभावित गाँव अधिसूचित किए गए हैं, जिनमें दियूरी (बेलखेत), दुधौरी, रियासी बमनगांव, रैधाव, सुंगरखाल, बोतड़ी, नायकखेडा, खेतखेडा, सुवागोठ, गैंडाखाली, उंचौलीगोठ, बरमदेव टनकपुर सैलानीगोठ, झालाकूडी एवं नौलापानी को अधिसूचित किया गया है। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी राजेंद्र रावत समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।