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एक्शन : मुख्यमंत्री के निर्देश पर थराली में निर्माणाधीन पुल के क्षतिग्रस्त होने के मामले में तीन अभियंताओं को किया गया निलंबित

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मुख्यमंत्री का सख्त संदेश, काम में लापरवाही पर दंड भुगतने के लिए तैयार रहें अधिकारी और कर्मचारी

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर जनपद चमोली के थराली में निर्माणाधीन पुल के क्षतिग्रस्त होने के मामले में बड़ी कार्रवाई करते हुए लोक निर्माण विभाग के 3 अभियंताओं को निलंबित कर दिया गया है। इस प्रकरण पर सचिव लोक निर्माण विभाग पंकज कुमार पांडे ने थराली में क्षतिग्रस्त हुए पुल प्रकरण पर लोक निर्माण विभाग के तीन इंजीनियरों को सस्पेंड कर दिया है। खास बात यह है कि एक दिन पहले ही थराली में पुल के क्षतिग्रस्त होने की खबर आई थी। अगले 24 घंटे में ही शासन ने मामले की गंभीरता को समझते हुए कार्रवाई से जुड़ा आदेश जारी कर दिया है।

प्रदेश में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के नेतृत्व में पारदर्शी और जवाबदेह शासन की दिशा में ठोस और निर्णायक कदम उठाए जा रहे हैं। मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि राज्य को भ्रष्टाचार मुक्त बनाया जाए और प्रशासन में जवाबदेही सुनिश्चित की जाये। हाल के महीनों में सरकार ने यह दिखा भी दिया है कि भ्रष्टाचार के साथ ही अपने कर्तव्यों में लापरवाही बरतने वालों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही किये जाने पर किसी भी प्रकार की ढील नहीं दी जायेगी। जिन अभियंताओं को निलंबित किया गया है उनमें निर्माण खंड लोक निर्माण विभाग थराली के अधिशासी अभियंता दिनेश मोहन गुप्ता, कर्णप्रयाग लोक निर्माण विभाग प्रांतीय खंड के अधिशासी अभियंता नवीन लाल और निर्माण खंड लोक निर्माण विभाग थराली के सहायक अभियंता आकाश हुंडिया शामिल हैं।

इन तीनों ही अधिकारियों को निलंबित करते हुए मुख्य अभियंता कार्यालय लोक निर्माण विभाग पौड़ी में संबद्ध किया गया है। तीनों ही इंजीनियर पर निर्माण कार्य में शिथिलता बरतने, कार्य का समुचित पर्यवेक्षण करने में लापरवाही करने का आरोप है। प्रकरण के सामने आने के बाद इन अभियंताओं पर अनुशासनिक कार्रवाई प्रस्तावित है। मामला मेजर पनिशमेंट स्तर का होने के चलते इन्हें निलंबित करने का फैसला लिया गया है।

प्रत्येक अधिकारी-कर्मचारी स्वयं अपने कर्तव्य और उत्तरदायित्वों के प्रति जिम्मेदारी की भावना से कार्य करे।ईमानदारी और पूरी निष्ठा के साथ कार्य करें। उत्तराखंड को देश के अग्रणी राज्यों में शामिल करना ही सरकार का लक्ष्य है। यदि कोई अधिकारी-कर्मचारी अपने दायित्वों और कर्तव्यों के प्रति लापरवाही करता है, जनहित के कार्यों के प्रति लापरवाही करता है या भ्रष्टाचार में लिप्त पाया जाता है तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। ऐसे लापरवाह कर्मचारियों और अधिकारियों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी।
— पुष्कर सिंह धामी, मुख्यमंत्री

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