पर्यटन सचिव ने लिया चम्पावत जिले के पर्यटन स्थलों का जायजा, रोपवे के संबंध में भी ली जानकारी
चम्पावत। दो दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के तहत गुरुवार को पर्यटन सचिव दिलीप जावलकर चम्पावत पहुंचे। उन्होंने पर्यटन की दृष्टि से जनपद के विभिन्न पर्यटन स्थलों का स्थलीय निरीक्षण किया। उन्होंने पूर्णागिरि-रोपवे, नंधौर (बूम) क्षेत्र, हनुमान चट्टी, भैरव मंदिर, साहसिक पर्यटन केंद्र, श्यामलाताल के साथ ही चम्पावत में चाय बागान का अधिकारियों के साथ भ्रमण किया तथा पर्यटन की संभावनाओं को देखते हुए कार्ययोजना तैयार करने की बात कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि कि चम्पावत जिले में पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं, पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए इन स्थानों को और अधिक विकसित एवं प्रचारित करने हेतु कार्य किया जा रहा है।
इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से जिले में स्थित विभिन्न पर्यटन स्थलों की स्थिति और उनमें आवश्यक व्यवस्थाओं की जानकारी ली। साथ ही नए पर्यटन स्थल विकसित करने के निर्देश भी दिए। अपने भ्रमण के दौरान उन्होंने मुंडयानी में स्थित कोल्ड स्टोरेज एवं नर्सरी का भी निरीक्षण किया। इसके बाद वे पुरानी लिसा फैक्ट्री एवं चाय फैक्टरी के साथ साथ केएमवीएन की लिसा फैक्ट्री पहुंचे और उनका निरीक्षण किया। उन्होंने चाय बागान से हिंगला देवी तक निर्मित होने वाले रोपवे के संबंध में अधिकारियों से जानकारी प्राप्त की। साथ ही चाय बागान का भी निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि यहां पर्यटन की अपार संभावनाएं हैं। साथ ही पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए होम स्टे योजना को सहायक बताया।
पर्यटन सचिव ने कहा कि पर्यटन विभाग का उद्देश्य टनकपुर क्षेत्र में शारदा नदी में रिवर राफ्टिंग गतिविधियों का विकास सुनिश्चित करते हुए स्थानीय युवाओं को रोजगार उपलब्ध कराना है। जनपद से संबंधित मुख्यमंत्री की घोषणाओं को शीघ्र पूर्ण करने को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। कहा कि इन घोषणाओं के क्रियांवयन से रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। साथ ही स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। पर्यटन सचिव ने बताया कि हनुमान चट्टी में रोपवे के लोवर टर्मिनल का स्थलीय निरीक्षण किया गया। अभियंताओं को निर्देश दिए गए हैं कि आईआईटी की टीम के माध्यम से जियोटेक्निकल सर्वे कराने के उपरांत ही आगे का कार्य प्रारंभ किया जाए। केएमवीएन व पर्यटन विभाग के अधिकारियों को पर्यटक आवास गृह टनकपुर के उच्चीकरण का प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए गए हैं। टनकपुर में मल्टीलेवल पार्किंग निर्माण को लेकर प्रस्ताव भेजने को भी कहा गया है। नंधौर वन्य जीव अभ्यारण्य को ईको टूरिज्म साईट के रूप में विकसित करने को कहा गया है। भ्रमण के दौरान डीएम नरेंद्र सिंह भंडारी, उपजिलाधिकारी टनकपुर हिमांशु कफलटिया, सदर अनिल कुमार चन्याल, जिला पर्यटन अधिकारी अरविंद गौड़, चाय बोर्ड प्रबन्धक डेस्मंड समेत अन्य मौजूद रहे।