ऑपरेशन कालनेमि: शंकर और मोहन बनकर रह रहे दो बांग्लादेशी गिरफ्तार, 126 ढोंगियों पर हुई कार्रवाई

रुड़की। हरिद्वार जिला पुलिस ने मंगलवार को ऑपरेशन कालनेमि के तहत दो बांग्लादेशी समेत 126 ढोंगी बाबाओं को गिरफ्तार किया है। दोनों बांग्लादेशी अपना नाम बदलकर क्षेत्र में अवैध तरीके से रह रहे थे। बताया गया है कि दोनों बांग्लादेशी करीब पांच दिन पहले ही कलियर आए थे।
रुड़की की सिविल लाइन कोतवाली में एसएसपी हरिद्वार ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि ढोंगी बाबाओं को बेनकाब करने के लिए जिलेभर में ऑपरेशन कालनेमि अभियान चलाया हुआ है। इस समय पिरान कलियर स्थित विश्व प्रसिद्ध दरगाह का सालाना उर्स मेला भी शुरू हो चुका है। मेले को सकुशल संपन्न कराने और मेले में संदिग्ध लोगों पर नजर बनी हुई है।

इसी अभियान के तहत कलियर क्षेत्र में दरगाह पुलिस ने अभियान चलाया गया। जिसमें दरगाह के पास भगवा भेष बनाकर घूम रहे 13 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। जांच के दौरान पता लगा कि इनमें से दो बहरूपिए अपना नाम मोहन और शंकर बता रहे थे। पूछताछ में पता लगा कि मोहन बने बाबा का नाम मोहम्मद उज्ज्वल निवासी बांग्लादेश और शंकर बने बाबा का नाम मोहम्मद यूसुफ निवासी बांग्लादेश है। इसके अलावा अन्य बाबाओं के नाम मुस्तफा हुसैन, ईशा, पुरण, यासीन शाह, पप्पू, जमील, मकसूद, रामकुमार, सतपाल, मोहम्मद दिलशाद और असलम अली बताए गए हैं।
एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने बताया कि ऑपरेशन कालनेमि के अंतर्गत आज 126 बाबाओं को गिरफ्तार किया गया है और जिलेभर से अभी तक करीब 4 हजार 500 बहरूपियों के खिलाफ कार्रवाई की जा चुकी है। उन्होंने कहा कि दो बांग्लादेशी भी पकड़े गए हैं, जो बाबा का भेष धरकर कलियर में रह रहे थे। उन्होंने बताया कि दोनों बांग्लादेशियों से अभी गहनता से पूछताछ की जा रही है।
जिले में पकड़े गए 126 बहरूपिए…
ऑपरेशन कालनेमि के तहत हरिद्वार पुलिस ने पूरे जिले में मंगलवार को 126 बहरूपिया बाबाओं को पकड़ा। जिसमें दो बांग्लादेशी भी शामिल हैं। अभियान शुरू होने से लेकर अब तक हरिद्वार पुलिस द्वारा 441 बहुरूपिया बाबाओं के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इसी के साथ 2000 से अधिक लोगों का सत्यापन भी किया जा चुका है। इस आपरेशन कालनेमि के तहत जड़ी बूटियों का दुरुपयोग करने, जादू टोना-टोटका या 420 जैसे कार्य करने वालों को भी इसकी जद में ले लिया गया है।