आम के बाग में मृत पड़े मिले दो दर्जन बंदर, गुस्साए लोगों ने काटा हंगामा, जहर देकर मारने का आरोप
काशीपुर। बाजपुर रोड स्थित आम के एक बाग में एक साथ दर्जनों बंदरों के शव मिलने से सनसनी फैल गई। मामले की सूचना पर बाग में तमाम लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। वन विभाग की टीम और स्थानीय पुलिस प्रशासन की टीम भी मौके पर पहुंची। बंदरों के शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए पशु चिकित्सालय लाया गया। वहीं पुलिस ने कई एकड़ में फैले आम के बाद के रखरखाव करने वाले दर्जन भर से ज्यादा लोगों को हिरासत में ले लिया है।
बाजपुर रोड पर जैतपुर फार्म के पास आम का कई एकड़ में फैला हुआ बाग है। पीलीभीत निवासी बाग के मालिक ने उसे 2 साल पहले ठेके पर दे दिया था। जानवरों के लिए घास काटने बाग में आए स्थानीय लोगों ने एक बंदर के बच्चे को अपनी मां से लिपट कर रोते हुए देखा तो उन्हें आसपास और भी बंदर मृत अवस्था में मिले। गांव के लोगों ने उस बंदर के बच्चे को अपने घर ले जाकर सुरक्षित रखा। आसपास के लोगों ने जब आम के बाग में जाकर देखा तो और कई एकड़ में फैले आम के बाग में उन्हें जगह-जगह से दुर्गंध आती दिखी। जब उन जगहों को खोदकर देखा गया तो उन्हें खड्डे में दबे हुए तमाम बंदर मिले। आसपास रहने वाले लोगों के मुताबिक पिछले 15 वर्षों से इस आम के बाग को मालिकों के द्वारा ठेके पर दिया जाता रहा है।
स्थानीय लोगों ने आम के बाग में नुकसान से बचाव को बाग की रखवाली करने वालों पर जहर देकर बंदरों को मारने का आरोप लगाया। जिसके बाद स्थानीय लोगों ने आम की रखवाली करने वाले सभी लोगों को मौके पर ही दबोच लिया और तुरंत पुलिस को सूचना दी। जिस पर आईटीआई थाना इंचार्ज आशुतोष कुमार सिंह के नेतृत्व में पुलिस मौके पर पहुंची। एसओ आशुतोष कुमार सिंह ने बताया कि स्थानीय लोगों के द्वारा बताया गया कि बरेली के कुछ लोगों के द्वारा यह बाग ठेके पर लिया गया है और इन्हीं लोगों के द्वारा हो सकता है कि बंदरों को हानि पहुंचाई गई हो। फिलहाल पुलिस ने बाग की रखवाली करने वाले सभी 5 से 7 लोगों को हिरासत के ले लिया है। वही मृत बंदरों के शवों को कब्जे में लेकर पशु चिकित्सालय पोस्टमार्टम के लिए लाया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में बंदरों को जहर देकर मारने का मामला प्रकाश में आया तो ऐसे लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।